Crime news: कांगड़ा जिले के पुलिस थाना ज्वालामुखी के अंतर्गत जंगल में मिले एक व्यक्ति के अधजले शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें हत्या को अंजाम देने वाली निशु बाला भी शामिल है। इसके अलावा तीन आरोपी पहले से ही नशे के मामले में जेल में बंद हैं। पुराने मतभेद के चलते पड़ोसियों ने इस हत्या को अंजाम दिया था और बाद में शव को ज्वालामुखी के जंगल में फेंककर जलाने का प्रयास भी किया गया था।
एसएसपी ने दी पूरी जानकारी
यह मामला 13 जनवरी 2025 का है, जब पुलिस थाना ज्वालामुखी के अधिकार क्षेत्र में जंगल से एक अज्ञात व्यक्ति का अधजला शव बरामद हुआ था। जांच के दौरान शव की पहचान पंकज कुमार पुत्र सुरेश कुमार निवासी वटाहन, पंचरुखी के रूप में हुई, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 19 जनवरी 2025 को पुलिस थाना पंचरुखी में दर्ज करवाई गई थी। शव की परिस्थितियों और जांच में प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर पुष्टि हुई कि यह हत्या का मामला है, जिस पर पुलिस थाना पंचरुखी में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। एसएसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूरे मामले की जानकारी दी।
कैसे रची थी साजिश
उन्होंने बताया कि यह जांच काफी चुनौतीपूर्ण थी, क्योंकि मृतक पंचरुखी से लापता हुआ था, जबकि उसका शव ज्वालामुखी थाना क्षेत्र में मिला। गहन जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मृतक के पड़ोस में रहने वाली निशु कुमारी, उसके पति सुशील कुमार और निशु के पिता उत्तम चंद को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने माना कि मृतक के साथ उनके पुराने मतभेद थे। पूर्व नियोजित साजिश के तहत निशुबाला ने मृतक पंकज कुमार को 18 जनवरी 2025 को अपने घर बुलाया जहां आरोपी निशुबाला ने मृतक पंकज कुमार के सिर पर लोहे के औजार से वार कर उसकी हत्या कर दी। शव को घर में बंद कर निशु वाला पालमपुर में एक शादी समारोह में चली गई।
ताकि शादी समारोह में उसकी मौजूदगी दिखाई दे सके। घटनाक्रम के अनुसार निशुबाला ने अपने पति सुशील कुमार, अपनी बहन रजनी, जीजा अजय, पिता उत्तम चंद और बहन के बेटे अभिषेक के साथ मिलकर शादी में मृतक के शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई। शादी समारोह से लौटने के बाद पांचों ने शव को कंबल में लपेटा और एक निजी वाहन में डालकर ज्वालामुखी क्षेत्र के जंगल में फेंक दिया।
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एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल में हैं आरोपी
एसपी ने बताया कि मामले में खास बात यह है कि उक्त कृत्य को अंजाम देने के बाद मुख्य आरोपी की बहन रजनी, बहनोई अजय और उनके बेटे अभिषेक को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था और वे फिलहाल जेल में हैं। मृतक के मोबाइल फोन और मामले में इस्तेमाल किए गए हथियार का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच उच्च गुणवत्ता और निष्पक्षता के आधार पर कर रही है। उन्होंने कहा कि कांगड़ा पुलिस क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए लगातार प्रयासरत है और इस घटना में शामिल सभी आरोपियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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