काठमांडू: लोक आस्था का महापर्व छठ नेपाल की राजधानी काठमांडू समेत तराई मधेश के सभी जिलों में धूमधाम से मनाया जा रहा है। नेपाल सरकार ने छठ महापर्व के लिए एक दिन का सार्वजनिक अवकाश तथा मधेश, कोशी, लुंबिनी और सुदूर पश्चिम प्रांत की सरकारों ने दो दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
काठमांडू के मेयर के मेयर ने लिया जायजा
सूर्य उपासना का यह पर्व न केवल मिथिला क्षेत्र बल्कि पहाड़ी समुदाय में भी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जा रहा है। काठमांडू में सरकार की ओर से एक दर्जन से अधिक घाटों का निर्माण कराया गया है, जहां छठ महापर्व के लिए हजारों श्रद्धालु जुट रहे हैं। राजधानी के कमलपोखरी, रानीपोखरी, गौरीघाट, बागमती, नक्खू खोला, धोबी खोला घाट पर छठ पर्व के लिए घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। काठमांडू महानगर निगम और संस्कृति मंत्रालय की ओर से यहां घाटों को सजाया गया है। काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने खुद सभी घाटों के निर्माण और सजावट का जायजा लिया।
यह भी पढ़ेंः-Chhath Puja 2024: छठ की तैयारियां पूरी, आज डूबते हुए सूर्य को दिया जाएगा पहला अर्घ्य
हर साल होती है ऐसी व्यवस्था
काठमांडू के अलावा नेपाल के बीरगंज, जनकपुर, विराटनगर, भैरहवा, लुम्बिनी, नेपालगंज, पोखरा, राजबिराज, इनारवा, लाहान में भी छठ पर्व भव्य तरीके से मनाया जा रहा है। इन सभी जगहों पर छठ पर्व को लेकर घाटों को बेहद आकर्षक ढंग से सजाया गया है। छठ पर्व के मौके पर नेपाल के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अधिकांश मंत्री, सुरक्षा बलों के वरिष्ठ अधिकारी, उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारी छठ घाट पर पहुंचकर सूर्य उपासना के इस पर्व पर दूध से अर्घ्य देते हैं। सिर्फ संध्या घाट पर ही नहीं बल्कि राष्ट्रपति भी हर साल कई घाटों पर अगले दिन सुबह अर्घ्य देने पहुंचते हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)