नई दिल्ली: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के एक स्कूल में एक बच्चे को थप्पड़ मारने की घटना पर स्वत: संज्ञान लिया है। आयोग ने शनिवार को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को नोटिस भेजा है। इसके साथ ही आयोग ने लोगों से यह भी अपील की है कि वे वायरल वीडियो को सोशल साइट्स पर आगे न फैलाएं।
एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि उन्होंने एक वीडियो में मुजफ्फरनगर की घटना देखी, जिसमें एक शिक्षिका बच्चों से दूसरे बच्चे की पिटाई करवा रही थी। इस गंभीर मामले का संज्ञान लेते हुए मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी किया गया है। हमने दोनों को अलग-अलग पक्ष रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक को मामले में प्राथमिकी दर्ज कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही जिलाधिकारी को विद्यालय प्रमाणपत्र, उसके शिक्षकों और उनकी योग्यता के बारे में भी जांच करने का निर्देश दिया गया है।
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हमने सीडब्ल्यूसी को सभी बच्चों को काउंसलिंग देने का निर्देश दिया है।’ साथ ही प्रशासन को यह भी निर्देश दिया गया है कि बच्चों की पहचान उजागर करने वाले ऐसे किसी भी वायरल वीडियो को सभी सोशल साइट्स से हटाया जाए और उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए. गौरतलब है कि शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में एक अमानवीय घटना सामने आई थी. यहां एक स्कूल की महिला टीचर ने टेबल याद न करने पर बच्चे को अपने सहपाठियों से थप्पड़ मरवाया। मामला तब सुर्खियों में आया जब इसका वीडियो वायरल हुआ।