NCERT का बड़ा फैसला, 12वीं की किताबों से हटाया गुजरात दंगों से जुड़ा चैप्टर

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नई दिल्लीः NCERT(नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग) की ओर से 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में संशोधन किया गया है। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT ) ने 12वीं कक्षा के पाठ्यपुस्तक से 2002 के गुजरात दंगों से जुड़े अध्याय को हटा दिया है। इसके साथ ही NCERT ने शीत युद्ध और मुगल अदालतों के बारे में लिखे अध्यायों को भी अपनी पुस्तकों से हटा दिया है। एनसीईआरटी ने इसके लिए तर्क भी दिए हैं। NCERT के मुताबिक दंगों के साथ-साथ नक्सली आंदोलन का इतिहास और इमरजेंसी विवाद को भी किताब से हटाने का फैसला किया गया है। कोरोना महामारी के बाद छात्रों के सिलेबस में समुचित कटौती के लिए यह कदम उठाया गया है।

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NCERT के मुताबिक कोविड महामारी के मद्देनजर छात्रों के सिलेबस को कम करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं इसके अंतर्गत कक्षा 6 से 12 के पाठ्यक्रम में परिवर्तन किया गया है। इससे पहले सीबीएसई बोर्ड ने कक्षा 9, 10, 11 और 12 के लिए नया सिलेबस घोषित किया था। सिलेबस में किए गए बदलाव के तहत दसवीं के सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम से उर्दू शायर फैज अहमद फैज की नज्मों को हटा दिया गया है। सीबीएसई ने कक्षा 11 वीं की पुस्तक से इस्लाम की स्थापना, उसके उदय और विस्तार की कहानी बताने वाले अध्याय ‘सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स’ को हटाया है। वहीं 12वीं कक्षा की पुस्तक से मुगल साम्राज्य से जुड़े पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है।

सीबीएसई कक्षा 10, 12 का संशोधित पाठ्यक्रम आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। सीबीएसई से संबंधित स्कूलों के कुछ शिक्षकों ने बताया कि बोर्ड ने सिलेबस में से कुछ अध्याय और इकाइयों को हटा दिया है। इसी तरह पहले हटाए गए कुछ हिस्सा को वापस जोड़ दिया गया है। दसवीं कक्षा की पुस्तक ‘लोकतांत्रिक राजनीति’ की पृष्ठ संख्या 46,48, 49 पर मौजूद तस्वीरों को सिलेबस से हटाया गया था। इनमें दो पोस्टर और एक पॉलिटिकल कार्टून है। इस पुस्तक में ‘धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति’ के अंतर्गत सांप्रदायिकता में राजनीति की भूमिका समझाने के लिए तीन कार्टून दिए थे। यहां दो कार्टून में फैज की नज्में भी थीं।

गौरतलब है कि कॉलेजों में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों हेतु बारहवीं कक्षा के सिलेबस के आधार पर ही सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) भी लिया जाएगा। कॉलेजों में दाखिले के लिए अन्य किसी कक्षा के सिलेबस के आधार पर एंट्रेंस टेस्ट में प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे। परीक्षा में हासिल किए गए अंको की मैरिट के आधार पर दाखिले होंगे।

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