रांची (Jharkhand): 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली मनोहर परहिया ने शुक्रवार को लातेहार में वरिष्ठ पुलिस और सुरक्षा बल के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। मनोहर प्रतिबंधित संगठन जेजेएमपी (झारखंड जनमुक्ति परिषद) में जोनल कमांडर के पद पर था। उसके खिलाफ पलामू प्रमंडल के विभिन्न थानों में 13 मामले दर्ज हैं। उसके साथ एरिया कमांडर दीपक भुइयां ने भी सरेंडर किया है।
झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति “नई दिशा” के तहत मनोहर परहिया को 10 लाख रुपये का चेक सौंपा गया। सरकार की नीति के तहत अगर नक्सली खुद आत्मसमर्पण करते हैं तो उन पर घोषित इनाम की राशि उन्हें दी जाती है ताकि इसकी मदद से उनका पुनर्वास किया जा सके। इन दोनों नक्सलियों ने लातेहार एसपी कार्यालय में पलामू रेंज के आईजी राजकुमार लकड़ा और सीआरपीएफ के डीआइजी पंकज कुमार के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
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कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है मनोहर
लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि 28 सितंबर 2021 को मनोहर लातेहार के सलैया जंगल के डगरा पहाड़ में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था। इस मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गये। इसके अलावा भी मनोहर कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा है। तीन साल पहले लातेहार के बरवाडीह में भाजपा नेता जयवर्धन सिंह की हत्या के अलावा लेवी वसूली, आगजनी, निर्माण स्थलों पर हमला समेत कई घटनाओं में मनोहर परहिया और उसके दस्ते का नाम सामने आया था। उसने 3 लाख रुपये की सुपारी लेकर बीजेपी नेता की हत्या कराई थी।
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