नई दिल्लीः भारतीय नौसेना ने होली से पहले देशवासियो को बड़ा गिफ्ट दिया है। नौसेना ने मंगलवार को मीडियम रेंज की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल MRSAM यानी मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इस ताकतवर मिसाइल का परीक्षण युद्धपोत INS विशाखापत्तनम से किया गया है। इससे जहाज रोधी मिसाइलों को संलग्न करने की क्षमता प्रमाणित हुई है।
MRSAM प्रणाली को डीआरडीओ और इजरायली एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। इसमें एमएसएमई सहित भारतीय सार्वजनिक और निजी रक्षा उद्योग की भी सक्रिय भागीदारी है। भारत डायनेमिक्स लिमिटेड में निर्मित MRSAM से नौसेना की ”आत्मनिर्भर भारत” के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित हुई है।
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सेना ने बनाई MRSAM रेजिमेंट
भारतीय सेना ने अपनी वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए पूर्वी थिएटर में अपनी पहली मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) रेजिमेंट को खड़ा किया है। यह रेजिमेंट दुश्मन के हवाई खतरों जैसे लड़ाकू जेट, यूएवी, सबसोनिक और सुपरसोनिक मिसाइल आदि से भारत की रक्षा करेगी। रेजिमेंट को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित MRSAM हथियार प्रणाली से लैस किया गया है।
वायुसेना में किया गया शामिल
मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली बराक-8 मिसाइल प्रणाली (MRSAM) को भारतीय वायुसेना में शामिल किया जा चुका है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 09 सितम्बर, 2021 को जैसलमेर में एक कार्यक्रम में MRSAM को वायुसेना के 2204 स्क्वाड्रन में शामिल किये जाने की औपचारिकता पूरी की थी। इस मिसाइल में 50-70 किमी की दूरी पर दुश्मन के विमान को मार गिराने की क्षमता रखता है। आकाश के बाद यह दूसरी मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जिसे वायुसेना में शामिल किया गया है। MRSAM प्रणाली दुश्मन की बैलिस्टिक मिसाइलों, विमानों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोन, निगरानी विमानों और AWACS (एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) विमानों को मार गिराने में सक्षम होगी।
इसलिए खास है MRSAM मिसाइस
हवाई रक्षा के लिए MRSAM हर मौसम में 360 डिग्री पर काम करने वाली हवाई रक्षा प्रणाली है, जो किसी भी संघर्ष क्षेत्र में विविध तरह के खतरों के खिलाफ संवेदनशील क्षेत्रों की हवाई सुरक्षा करेगी। MRSAM का वजन करीब 275 किलोग्राम, लंबाई 4.5 मीटर और व्यास 0.45 मीटर है। इस मिसाइल पर 60 किलोग्राम तक हथियार लोड किए जा सकते हैं।
यह मिसाइल दो स्टेज की है, जो लॉन्च होने के बाद कम धुआं छोड़ती है। लॉन्च होने के बाद एमआरएसएएम 70 किमी के दायरे में आने वाली किसी भी मिसाइल, लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन और सर्विलांस एयरक्राफ्ट को नष्ट करने में पूरी तरह सक्षम है। यह 2469.6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दुश्मनों पर वार कर हमला कर सकती है।
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