Naval Museum Bhoomi Pujan- लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देश का पहला नौसेना संग्रहालय बनने जा रहा है। जिसका आज शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीजी सिटी में भूमि पूजन के शौर्य संग्रहालय की आधारशिला रखी। इस मौके पर नौसेना के एडमिरल स्तर के अधिकारी भी मौजूद रहे। इसके अलावा इकाना स्टेडियम के पास बनने वाले नौसेना शौर्य संग्रहालय के भूमिपूजन कार्यक्रम में मुख्य सचिव डीएस मिश्रा, मंत्री जयवीर सिंह, विधायक राजेश्वर सिंह मौजूद रहें।
बता दें कि इस शौर्य संग्रहालय में INS गोमती के टारपीडो मिसाइल और गन प्रदर्शित की जाएगी। इसके अलावा नौसेना की जानकारी देने के लिए डिजिटल इंट्रिपेशन सेंटर भी तैयार होगी। 23 करोड़ की लागत से बनने वाले इस नौसेना शौर्य संग्रहालय के निर्माण से पर्यटन के क्षेत्र में नई विविधिता स्थापित होगी। इससे पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा। जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस संग्रहालय में नौसेना के युद्धपोत, मिसाइल, कैनन आदि उपकरण रखे जायेंगे। यह वह उपकरण होंगे, जिसका नौसेना अब इस्तेमाल नहीं करती है।
ये भी पढ़ें..Police memorial day: पुलिसकर्मियों के सर्वोच्च बलिदान का ऋणी रहेगा राष्ट्र, LG सिन्हा ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
नौसेना का लखनऊ से गहरा नाता
नौसेना की पश्चिमी कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि लखनऊ और नौसेना का गहरा रिश्ता है। आईएनएस गोमती का नाम लखनऊ से बहने वाली गोमती नदी के नाम पर रखा गया है। इसके शिखर पर छतर मंजिल का प्रतीक सुशोभित होगा। यह तो सभी जानते हैं कि दुनिया का लगभग सारा व्यापार समुद्री मार्ग से होता है। इसलिए देश की समृद्धि के लिए समुद्र एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पहला पानी का जहाज करीब चार हजार साल पहले गुजरात में बनाया गया था। यह संग्रहालय युवाओं को अग्निपथ के लिए प्रेरणा भी देगा। हमें उम्मीद है कि नई आईएनएस गोमती जल्द ही भारतीय नौसेना में शामिल हो जाएगा।
CM योगी ने कही ये बड़ी बात
नौसेना शौर्य संग्रहालय के भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भारत के शौर्य और पराक्रम का माध्यम बनेगा। इससे युवा पीढ़ी को भारतीय सेना और उनके शौर्य और पराक्रम के बारे में जानने का मौका मिलेगा। इससे पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के अभियान को गति मिलेगी। बता दें कि यह संग्रहालय गोमती नदी के किनारे लगभग 37200 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला होगा। यह संग्रहालय गोमतीनगर विस्तार में इकाना स्टेडियम के गेट नंबर 5 के सामने 7 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा।