शिमलाः हिमाचल प्रदेश में 69 नेशनल हाईवे का मुद्दा गुरुवार को विधानसभा में गूंजा। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के नेशनल हाईवे सम्बंधी सवाल पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल के लिए 69 एनएच की घोषणा के तुरंत बाद ही एनएच की गाइडलाइन बदल दी गई है। इस कारण इन एनएच की डीपीआर बनाने में देर हुई। प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष अग्निहोत्री के सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पहले 25 एनएच पर काम शुरू करवाने का प्रयास किया, लेकिन अब इन सड़कों की।
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अब केवल 9 एनएच पर काम शुरू करवाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है और इस पर गंभीरता से काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा केवल 69 एनएच की घोषणा के कारण ही सत्ता में नहीं आई, बल्कि पार्टी के सत्ता में आने के कई और बड़े कारण थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश के लिए सैद्धांतिक रूप से मंजूर हुए 69 एनएच का मामला केंद्र के सामने लगातार उठा रही है और सरकार की पूरी कोशिश है कि इन पर काम आरंभ हो और लोगों को सुविधा मिले।
उन्होंने कहा कि इन एनएच पर काम की प्रक्रिया आगे बढ़ रही थी, उसी दौरान कोरोना महामारी के आने से सारी प्रक्रिया में देरी हुई है। कोरोना के कारण आर्थिकी के कमजोर पड़ने का भी इन एनएच के निर्माण पर सीधा असर पड़ा है। इसी मुद्दे पर मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार को मान लेना चाहिए कि भाजपा ने एनएच के मामले में प्रदेश के लोगों को धोखा दिया है।
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