झील में आयीं दरारों पर नेताल ने उत्तर प्रदेश प्रशासन को चेताया

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(161218) -- POKHARA, Dec. 18, 2016 (Xinhua) -- Tourists enjoy boating on the Fewa lake of Pokhara, some 200 km west of Kathmandu, Nepal, Dec. 18, 2016. Pokhara is one of the best tourist destinations in Nepal. (Xinhua/Pratap Thapa) ****Authorized by ytfs****
(161218) — POKHARA, Dec. 18, 2016 (Xinhua) — Tourists enjoy boating on the Fewa lake of Pokhara, some 200 km west of Kathmandu, Nepal, Dec. 18, 2016. Pokhara is one of the best tourist destinations in Nepal. (Xinhua/Pratap Thapa) ****Authorized by ytfs****

लखीमपुर खीरीः नेपाल के कंचनपुर जिले में अधिकारियों ने लखीमपुर खीरी के जिला प्रशासन को एक सूचना दी है। जिसमें यह बताया गया है कि उनकी एक झील में मरम्मत का काम चल रहा है, जिसमें दरारें आ गई हैं और इसके चलते नेपाल में महाकाली के नाम से जानी जाने वाली शारदा नदी में उफान आने की भी संभावना है। इस अलर्ट में आगे कहा गया है कि धारचूला में नदी के पास स्थित झील के चारों ओर का कॉन्क्रीट कमजोर पड़ गया है और इस पर अभी मरम्मत का काम चल रहा है।

हालांकि लखीमपुर खीरी के अधिकारियों ने कहा है कि उत्तराखंड में ग्लेशियर के फटने का झील की दरारों से कोई सीधा वास्ता नहीं है और चिंता की भी कोई बात नहीं है। इस बीच लखीमपुर खीरी और पीलीभीत में शारदा नदी के पास स्थित 50 से अधिक गांवों के निवासियों को सतर्क कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा जल स्तर की निगरानी की जा रही है और वे बनबसा बैराज के कर्मचारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। जरूरत पड़ने पर गांवों को खाली कराया जा सकता है।

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लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है। यहां के एक बांध पर थोड़ी दरारें थीं और हमने इसे लेकर सतर्कता बरती है। जांच के बाद अब हम लगातार नदी में जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं और बैराज के अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में हैं। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल किसी बड़ी लीक के होने की संभावना नहीं है क्योंकि दरारों के ठीक होने की उम्मीद है। किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में हमारे पास गांवों को खाली कराने के लिए पर्याप्त समय है।