भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के पांचवें दिन जमकर हंगामा हुआ। जहां कांग्रेस ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, वहीं विपक्ष के नेता गोविंद सिंह ने संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा पर उन पर किताब फेंकने का आरोप लगाया। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के बजट सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबन ने पूरी पार्टी को सकते में डाल दिया है।
प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में पार्टी विधायकों की बैठक में अध्यक्ष गिरीश गौतम के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया गया, जिसके मुताबिक कांग्रेस ने शुक्रवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। जिसने जमकर हंगामा किया। इस बीच नेता प्रतिपक्ष सिंह ने संसदीय कार्य मंत्री मिश्रा पर किताब फेंककर उनकी हत्या करने का आरोप लगाया। नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने विधानसभा के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा कि तीन मार्च को कांग्रेस पार्टी के सदस्य मेरे नेतृत्व में अध्यक्ष के खिलाफ प्रस्ताव पर चर्चा की मांग कर रहे थे।
यह भी पढ़ें-भोपाल : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया 7वें अंतरराष्ट्रीय धर्म-धम्म सम्मेलन का शुभारम्भ, 15…
इसी दौरान संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने गुस्से में आकर मध्य प्रदेश विधान सभा प्रक्रिया एवं आचरण नियमावली की एक पुस्तिका मेरे ऊपर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए फेंक दी, जो मेरी टेबल के सामने गिर गई। नेता प्रतिपक्ष ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि संसदीय कार्य मंत्री मिश्रा का यह आचरण असंसदीय है, विधानसभा के इतिहास में नेता प्रतिपक्ष पर इस प्रकार का हमला अत्यंत निंदनीय है। उनका यह कृत्य सदन की अवमानना के साथ-साथ विपक्ष के सदस्यों सहित मेरे विशेष अधिकारों के उल्लंघन के अंतर्गत आता है, इसलिए मैं उक्त अधिनियम के लिए संसदीय कार्य मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस देता हूं। नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर खेद जताते हुए मिश्रा ने कहा कि चपरासी को बीच से हटाने के दौरान किताब गिर गई।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)