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सिरपुर के लक्ष्मण मंदिर व शिलालेखों को देख रोमांचक हुए नागालैंड के छात्र

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रायपुर : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर में भारत सरकार के कार्यक्रम “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के युवा संगम के दूसरे चरण का उद्घाटन किया गया। एक भारत श्रेष्ठ भारत “युवा संगम” की कल्पना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। आज नागालैंड के छात्रों ने सिरपुर (Sirpur) का दौरा किया।

एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम मुख्य रूप से उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों और देश के विभिन्न राज्यों के युवाओं के एक्सपोजर टूर आयोजित करने पर केंद्रित है। इसके तहत एनआईटी रायपुर को एनआईटी नागालैंड से जोड़ा गया है। इस एक्सपोजर टूर के तहत एनआईटी नगालैंड के 42 प्रतिनिधि छत्तीसगढ़ का दौरा कर रहे हैं।

छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को जाना

एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम के इस एपिसोड में दूसरे दिन नगालैंड के प्रतिनिधियों को रायपुर के मशहूर अंबुजा मॉल में घुमाने ले जाया गया। उन्होंने मॉल में तरह-तरह के खेल खेलकर और खरीदारी करके अपने दिन का अंत किया। कार्यक्रम के तीसरे दिन रविवार को सभी प्रतिनिधियों को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध पर्यटक आकर्षण सिरपुर (Sirpur) का भ्रमण कराया गया। सबसे पहले सभी ने सिरपुर के लक्ष्मण मंदिर के मनोरम दृश्यों का आनंद लिया। वहां मौजूद टूरिस्ट गाइड ने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत का जिक्र करते हुए सिरपुर (Sirpur) के इतिहास को समझाया। उन्होंने बताया कि इस मंदिर को पूरी तरह से वास्तु शास्त्र के अनुसार बनाया गया है। इस मंदिर में सनातन धर्म के अवतारों और कई हिंदू देवी-देवताओं के शिलालेख और मूर्तियां मौजूद हैं। यहां नारी का महत्व भी दर्शाया गया है।

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1400 साल पुराने बौद्ध विहार की सैर

सभी छात्रों को 1400 साल पुराने बौद्ध विहार के दर्शन का भी अवसर मिला। यहां मौजूद साढ़े छह फीट की भगवान बुद्ध की मूर्ति, प्राचीन जल भंडार, पारंपरिक एयर कंडीशनिंग सिस्टम, आम्रपाली संरचना, प्राचीन वास्तुकला, आदिवासी नृत्य और लोहे के शिलालेख देखकर हर कोई चकित रह गया। छात्रों को पंचरथ शिव मंदिर के दर्शन भी दिखाए गए, जो प्राचीन भारत का सबसे ऊंचा पत्थर का मंदिर है और 7 वीं शताब्दी में पश्चिम की ओर है, और इस मंदिर के 36 चरणों के कारण छत्तीसगढ़ का नाम रखने के संदर्भ में छात्रों को समझाया गया था। यहां भगवान शिव और गणेश की मूर्तियां मौजूद हैं। इस मंदिर को पूरी तरह से वास्तु शास्त्र के अनुसार और वैज्ञानिक रूप से नियोजित किया गया है।

सिरपुर (Sirpur) की यात्रा ने नागालैंड के प्रतिनिधियों को छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक इतिहास से अवगत कराकर उन्हें सकारात्मक रूप से प्रभावित किया। आने वाले दिनों में नागालैंड के प्रतिनिधियों को राज्यपाल भवन जाने, रायपुर और नया रायपुर का भ्रमण करने और विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिलेगा।

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