नई दिल्लीः सरसों के तेल अपनी तेज सुगंध और खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए जाना जाता है। भारतीय व्यंजन को तैयार करने के लिए सरसों के तेल का ही उपयोग किया जाता है। सरसों का तेल व्यंजन का स्वाद ही हमारे सेहत के लिए भी बेहद लाभदायक होता है। सरसों के तेल में कई तरह के औषधीय गुण भी पाये जाते हैं और यह कई तरह की त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करती हैं। सरसों की तासिर गर्म होती है जिसके चलते सर्दियों के दिनों में सरसों के तेल लगाने से सर्दी-जुकाम में भी राहत मिलती है।
इसके अलावा सरसों के तेल से मालिश करने से त्वचा भी मुलायम होती है और जोड़ों के दर्द में काफी आराम भी मिलता है। सरसों के तेल से बच्चों के शरीर पर मालिश करने से उनकी हड्डियां मजबूत होती है। सरसों के तेल के कई और भी फायदे होते हैं। सरसों का तेल ब्लड सर्कुलेशन बनाये रखने में काफी हद तक मददगार साबित होता है। इसलिए यदि किसी को जोड़ों या मांसपेशियों के दर्द की शिकायत हो तो उसे सरसों के तेल से मालिश जरूर करनी चाहिए। मांसपेशियों में खिंचाव या मोच आ जाने पर भी सरसों के तेल को हल्का गर्म कर मसाज करने से काफी लाभ मिलता है। सरसों का तेल बालों की सेहत के लिए भी वरदान से कम नही होता है। इसमें बालों की जरूरी विटामिन और बीटा कैरोटीन तत्व पाये जाते हैं। सरसों के तेल से बालों में मसाज करने से एक तरफ जहां बाल मजबूत होते हैं और बालों की ग्रोथ में भी सुधार होता है।
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इसके साथ ही सरसों के तेल से बालों की नियमित मसाज करने से डेंड्रफ की समस्या भी समाप्त हो जाती है। सरसों के तेल को नियमित नाभि में लगाने से फटे होठों से मुक्ति मिलती है। साथ ही होठ मुलायम भी होते है। सरसों के तेल में बने भोजन को करने से पेट संबंधी बीमारियों से निजात मिलता है। क्योंकि सरसों का तेल पाचन क्रिया को मजबूत रखता है। जिससे भूख भी अच्छी लगती है।