नई दिल्लीः कोरोना महामारी के समय पोषक और औषधीय गुण वाले खाद्य पदार्थो के सेवन की सलाह दी जा रही है। सब्जी, अनाज, फल अथवा अन्य भोज्य पदार्थो के सेवन से ही कोरोनाकाल के समय खुद को स्वस्थ रखा जा सकता है। इस समय पर प्रोटीन एवं अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से परिपूर्ण मशरूम को आहार में शामिल करना बहुत ही उपयोगी होगा। मशरूम में विभिन्न प्रकार के पौष्टिक तत्व पाये जाते हैं जो मानव शरीर के निर्माण एवं वृद्धि के लिये आवश्यक होते हैं।
मशरूम में लगभग 22-35 प्रतिशत उच्च कोटि के प्रोटीन पाये जाते हैं। जो पौधों से प्राप्त प्रोटीन से कहीं अधिक होती है तथा यह शाकभाजी व जन्तु प्रोटीन के मध्यस्थ की गुणवत्ता रखती है। मशरूम में पाये जाने वाले प्रोटीन से शरीर को आवश्यक सभी अमीनो अम्ल, मेथियोनिन, ल्यूसिन, आइसोल्यूसिन, लाइसिन, थ्रीमिन, ट्रिप्टोफेन, वैलीन, हिस्टीडिन और आर्जीनिन आदि की प्राप्ति हो जाती है जो दालों (शाकाहार) आदि में प्रचुर मात्रा में नहीं पाये जाते हैं। औषधीय गुणों से परिपूर्ण मशरूम में पौष्टिक गुणों के अलावा अनेक औषधीय गुण पाये जाते हैं। इसमें फफूँद, जीवाणु एवं विषाणु अवरोधी गुण पाये जाते हैं, इसके लगातार सेवन से ट्यूमर, मलेरिया, मिर्गी, कैंसर, मधुमेह, रक्तस्राव आदि रोगों से लड़ने की क्षमता भी मिलती है।
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मशरूम में पाया जाने वाला गेनोडेरिक अम्ल, एर्गोस्टेरॉल एवं पाॅलीसैकेराइड-के (क्रेसिन) शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में अतिप्रभावी साबित होता है। मशरूम में लौह तत्व की उपस्थिति के चलते यह रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाये रखता है साथ ही इसमें बहुमूल्य फोलिक एसिड की उपलब्धता होती हैै। लौह तत्व एवं फोलिक एसिड के कारण यह रक्त की कमी की शिकार अधिकांश ग्रामीण महिलाओं एवं बच्चों के लिये सर्वोत्तम आहार है।