कोलकाताः नगर निगम भर्ती मामले (Municipal Corporation Recruitment Case) में केंद्रीय जांच ब्यूरो CBI) की चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है। चार्जशीट के मुताबिक, आरोपी अयान शील के एक कर्मचारी ने उसके दबाव में आकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने अयान के एक अन्य कर्मचारी पूर्णेंदु चक्रवर्ती (Purnendu Chakraborty) से पूछताछ की, जिसने ‘बड़ोबाबू’ के नाम से मशहूर कुमार चटर्जी की आत्महत्या के बारे में बताया।
दबाव में कर ली आत्महत्या
सीबीआई ने चार्जशीट में कहा कि ‘बड़ोबाबू’ ने 2018 में आत्महत्या कर ली थी। अपने सुसाइड नोट में उसने अयान का नाम लिया था और कहा था कि अयान की वजह से उसने यह कदम उठाया। ‘बड़ोबाबू’ नगर निगम में भर्ती के लिए बिचौलिए का काम करता था। वह नौकरी के इच्छुक लोगों से पैसे इकट्ठा करता था और उन्हें नौकरी दिलाने का इंतजाम करता था। पूर्णेंदु ने सीबीआई को बताया कि इस काम की वजह से ‘बड़ोबाबू’ डिप्रेशन में आ गया था। उस पर नौकरी दिलाने के लिए वसूले गए पैसे वापस करने का दबाव था, क्योंकि अयान ने वह पैसे वापस नहीं किए थे। इसी दबाव की वजह से ‘बड़ोबाबू’ ने आत्महत्या कर ली।
यह भी पढ़ेंः-Lucknow : बिजली दर कम करने की मांग पर अड़ा उपभोक्ता परिषद, इस दिन होगा निर्णय
कई लोगों की दिलाई थी नौकरी
अपने सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि वह अयान के दबाव से बचने के लिए अपने बेटे की भी हत्या करना चाहता था। सीबीआई ने चार्जशीट में यह भी बताया है कि अयान नगर निगम भर्ती परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र तैयार करता था। इस काम में पार्थ नामक युवक अयान की मदद करता था। परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को अयान द्वारा तैयार प्रश्नपत्रों के आधार पर नौकरी मिल जाती थी। सीबीआई की चार्जशीट के अनुसार अयान के दो एजेंट नगर निगम में भर्ती होने वाले अभ्यर्थियों से 50 हजार रुपये प्रति अभ्यर्थी कमीशन लेते थे। इस भ्रष्टाचार के जरिए अयान ने कोलकाता समेत 16 नगर निगमों में कई लोगों को अवैध तरीके से नौकरी दिलाई।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)