गंदगी से सराबोर है नगर निगम मुख्यालय, पढ़ें पूरी खबर

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Municipal Corporation Headquarte। Lucknow: शहर को गंदगी से निजात के लिए चारों ओर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए गुरूवार 08 फरवरी को कार्यदाई संस्था की ओर से एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर भी कर दिए गए। इस दौरान नगर निगम दोहरे रूप में दिखाई पड़ा।

एक ओर लखनऊ की महापौर और निगम के अधिकारी हस्ताक्षर प्रक्रिया को लेकर काफी उत्साहित रहे, तो दूसरी ओर यहां निगम के अपने कर्मचारी अव्यवस्थाओं से जूझते देखे गए। शहर को साफ रखने की बात तो दूर, नगर निगम मुख्यालय में ही हर तरफ गंदगी पसरी हुई है।

निगम ने क्या कहा?

निगम का कहना है कि लेगेसी वेस्ट मैनेजमेंट के उद्देश्य से प्रोसेसिंग प्लांट लगाए जाने के लिए प्रयास तेज हैं और इसके लिए कई कदम बढ़ा भी दिए गए हैं। अब तक जो कार्ययोजना तैयार की गई है, उसके तहत करीब 18.5 लाख मीट्रिक टन की क्षमता वाले लेगेसी वेस्ट की प्रोसेसिंग प्लांट की संरचना अब मूर्तरूप ले रहा है। महापौर सुषमा खर्कवाल और अपर नगर आयुक्त अरविंद राव की मौजूदगी में 08 फरवरी को कार्यदायी संस्था की ओर से प्रक्रिया पूरी की गई। संस्था भूमिग्रीन एनर्जी पुणे के द्वारा 05 करोड़ 31 लाख की बैंक गारंटी सौंपी गई।

वैज्ञानिक तरीके से होगा कूड़े का निस्तारण

इस दौरान महापौर के सामने ही एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कराए गए। भूमिग्रीन एनर्जी की ओर से उनके डायरेक्टर विजय तिलेकर आप्टे भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि कूड़े का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करना है इसलिए शासन द्वारा 96.5 करोड़ रुपया नगर निगम को निर्गत किया गया है।

इस खर्च के बारे में पहले से ही गुणाभाग कर लिया गया था। इसके अतिरिक्त आने वाले खर्चों को नगर निगम अपने संसाधनों से व्यय करेगा। निगम की ओर से टाइमलाइन भी दी गई है। कंपनी अपना काम 18 महीने में पूरा कर सकती है।

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इसमें बारिश वाले दिनों को भी जोड़ा गया है। यह सारी प्रक्रिया सफाई कार्यां और शहर को स्वच्छ रखने के लिए की गई है। निःसंदेह यह प्रयास विकास की राह में है, लेकिन नगर निगम मुख्यालय को भी साफ सुथरा होना जरूरी है। मुख्यालय की नाली बजबजा रही है।

गंदा पानी और कूड़ा तैर रहा है। यहां के कर्मचारी अपने वाहन मुश्किल से खड़ा कर पाते हैं। ऐसे में यह दिखाने भर के लिए काफी है कि सफाई व्यवस्था को लेकर निगम में व्यवस्था सिर्फ कागजों में ही दुरूस्त है, जमीन पर नहीं।

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