Mulayam Singh Yadav: चंदन की लकड़ी से होगा ‘नेताजी’ का अंतिम संस्कार, सैफई पहुंचा लकड़ी और गुलाब

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Mulayam Singh Yadav Death Anniversary
Mulayam Singh Yadav

लखनऊः समाजवादी पार्टी के संस्थापक, पूर्व केंद्रीयमंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का आज (मंगलवार) अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव सैफई में अपराह्न तीन बजे होगा। 82 वर्ष की आयु में सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह ने आखिरी सांस ली थी। धरती पुत्र मुलायम सिंह यादव के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार चंदन की लकड़ी से होगा। इत्रनगरी कन्नौज से लकड़ी और फूल लेकर समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश कोषाध्यक्ष सैफई पहुंचे चुके हैं।

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तिर्वा कस्बा निवासी और समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश कोषाध्यक्ष अंशुल गुप्ता का कहना है कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव जब 2007 में कन्नौज के बोर्डिंग ग्राउंड में विधानसभा चुनाव की जनसभा को संबोधित करने आए थे, तो मंच से ही कहां है मेरा मुन्ना…कहकर सबको अचंभे में डाल दिया था। लोगों ने समझा यह शब्द अपने पुत्र अखिलेश यादव के लिए प्रयोग किया गया है, लेकिन उन्होंने तिर्वा निवासी मुन्ना बाथम को मंच पर बुलाया था।

नेताजी के अंतिम संस्कार में पीएम मोदी हो सकते है शामिल

सपा नेता (Mulayam Singh Yadav) के अंतिम दर्शन करने के लिए पीएम मोदी समेत कई दिग्गजों के पहुंचने की संभावना है। वहीं मुलायम सिंह यावद के अंतिम दर्शन के लिए सैफई में जनसैलाब उमड़ पड़ा। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम को सैफई पहुंचकर मुलायम सिंह यादव के अंतिम दर्शन किए और श्रद्धांजलि दी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह भी सपा नेता के अंतिम दर्शन करने पहुंचे। मुलायम सिंह के निधन पर उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।

मुलायम

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह के अंतिम संस्कार में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करेंगे। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। खड़गे पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए वह कांग्रेस के आधिकारिक नेता के रूप में शामिल नहीं होंगे।

गुलकंद और अगरबत्ती को मुलायम ने कर दिया था टैक्स फ्री

मुलायम सिंह यादव का इत्रनगरी से भी गहरा नाता रहा है। जब वह लोकदल में थे, तब पहली बार कन्नौज आए थे। तब से उनका लगातार यहां आना जाना लगा रहा। राम मनोहर लोहिया को अपना आदर्श मानने वाले मुलायम सिंह ने कन्नौज से सांसद का चुनाव लड़ा था। उन्होंने 1999 में लोकसभा के चुनाव में जीत हासिल की थी। हालाकिं तब उन्होंने कन्नौज से इस्तीफा देकर मैनपुरी की नुमाइंदगी की थी।

चौहट्टा मोहल्ला निवासी बृजेंद्र नारायण सक्सेना बताते हैं कि साल 2003 में जब मुलायम सिंह मुख्यमंत्री बने थे तब वह कन्नौज आए।यहां जीटी रोड स्थित पार्टी कार्यालय में जनता से मुखातिब हुए थे. इस दौरान इत्र कारोबारियों ने गुलकंद, अगरबत्ती को टैक्स फ्री कहने की बात कही थी। इसी के साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री बनते ही अपने वादे पूरे किए थे।

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