Mukesh Sahani Father Murder : बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता की निर्मम हत्या, इस हाल में मिला शव

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Mukesh Sahani Father Murder, पटना : विकासशील इंसान पार्टी (V.I.P) प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी (Jeetan Sahni) की अज्ञात बदमाशों ने धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी है। मंगलवार की सुबह उनका क्षत-विक्षत शव दरभंगा के बिरौल स्थित उनके आवास से बरामद किया गया। वहीं वारदात के जो तस्वीरें सामने आई है वो बेहद डरा देने वाली है।

हत्या की डरा देने वाली तस्वीरें आई सामने

तस्वीरों को देखकर ऐसा लग रहा है कि अपराधियों ने जीतन सहनी पर कई बार चाकू से हमला किया है। ये हमला इतना भयानक था कि उसका पेट फट गया और आंतें तक बाहर आ गईं। जमीन पर हर जगह खून ही खून दिखाई दे रहा है। हाथ, पैर, चेहरे और शरीर के दूसरे हिस्सों पर जख्म के निशान साफ दिखाई दे रहे हैं। साथ ही घर का सामान भी बिखरा पड़ा है।

घर में अकेले रहते थे Jeetan Sahni

उधर सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस का कहना है कि अपराधियों ने घर में घुसकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। हालांकि हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। लेकिन असली बात पोस्टमार्टम और बाकी छानबीन के बाद ही साफ हो सकेगी। पुलिस पदाधिकारी मनीष चंद्र चौधरी ने बताया कि सूचना मिली थी कि पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की घर में ही हत्या कर दी गई है। घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। ऐसा लगता है कि कोई चोरी के इरादे से घर में घुसा था। पहले उसने जीतन साहनी को नुकसान पहुंचाया और फिर उसकी हत्या कर दी।

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मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के दो भाई और एक बहन हैं। मुकेश सहनी और उनके भाई संतोष सहनी बाहर रहते हैं। जबकि उनकी बहन की शादी हो चुकी है। वह मुंबई में अपने ससुराल में रहती है। उनके पिता जीतन सहनी (Mukesh Sahani) घर में अकेले रहते थे। मुकेश सहनी उन्हें खर्च के लिए पैसे भेजते थे। लोगों का कहना है कि वे काफी मिलनसार थे। हालांकि, उनकी किसी से दुश्मनी के सबूत नहीं मिले हैं।

IPS काम्या मिश्रा करेंगी जीतन सहनी हत्याकांड की जांच

मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी हत्याकांड की जांच दरभंगा की ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा (IPS Kamya Mishra) को सौंपी गई है। काम्या मिश्रा पटना में अपने काम को लेकर चर्चा में रही हैं। कई बार मीडिया ने उन्हें लेडी सिंघम का नाम भी दिया है।

फिलहाल एसपी काम्या मिश्रा के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमें बिरौल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनीष कुमार चौधरी और बिरौल थाना अध्यक्ष भी शामिल हैं। बता दें कि वीआईपी ने लोकसभा चुनाव 2024 महागठबंधन के साथ लड़ा था। वीआईपी के हिस्से में तीन सीटे आई थीं, हालांकि सभी सीटों पर उसके उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा था।

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