Dheeraj Sahu, रांची: कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से बरामद नकदी को लेकर सांसद संजय सेठ ने सोमवार को लोकसभा में सवाल उठाया। संजय सेठ ने इस मुद्दे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जवाब मांगा। बीजेपी सांसद भी संजय सेठ के साथ खड़े हो गए और जवाब मांगने लगे।
सांसद सेठ ने लोकसभा में कहा कि यह मामला सिर्फ नकदी बरामदगी का नहीं है बल्कि यह मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है। खनिज खदानों के लिए मशहूर झारखंड को झामुमो, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन से जुड़ी राजद की सरकार ने भ्रष्टाचार की खदान बना दिया है।
उन्होंने कहा कि 500 करोड़ रुपये की वसूली कोई छोटी बात नहीं है। उन्होंने सदन में यह भी कहा कि झारखंड में ईडी के अधिकारियों को सुरक्षा का खतरा है। यह सब राज्य सरकार समर्थित भ्रष्टाचार से जुड़े लोग कर रहे हैं। सांसद ने सदन में ईडी अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की। साथ ही झारखंड में गठबंधन सरकार को तत्काल बर्खास्त करने और इतनी बड़ी मात्रा में नकदी रखने वाले सांसद की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
कौन है कांग्रेस के धनकुबेर धीरज साहू
बता दें कि 23 नवंबर 1955 को रांची में जन्मे धीरज प्रसाद साहू एक रसूखदार परिवार से आते हैं। उनके पिता का नाम राय साहब बलदेव साहू और माता का नाम सुशीला देवी है। उनका परिवार से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। एक समय देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी चुनाव प्रचार के दौरान यहां रुकती थीं। देश के पूर्व राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद भी धीरज साहू के घर आ चुके हैं।
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शिव प्रसाद साहू (धीरज साहू के भाई) के समय में सांसद, विधायक और यहां तक कि मंत्री पद के चुनाव के टिकट भी इसी परिवार की सिफारिश पर तय होते थे। इतना ही नहीं कहा जाता है कि जब देश आजाद हुआ तो आजादी के बाद 1947 में पिता बलदेव साहू (धीरज साहू के पिता) ने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए भारत सरकार को 47 लाख रुपये और 47 किलो सोना दान में दिया था।
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