डाॅ रीता बहुगुणा जोशी ने की पोषण माह की शुरुआत, छह माह की अनन्या व कुशा को खिलाई खीर

0
31

प्रयागराज: पोषण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी ने गुरुवार को शहर प्रथम के आंगनबाड़ी केन्द्र कटरा बख्तियारी पर राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारम्भ किया। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि बच्चे, गर्भवती और धात्री महिलाओं को लक्ष्य मानते हुए उन्हें पोषण के प्रति जागरूक करें। महिलाओं से अपील की कि वह अपने खान-पान का भी ध्यान रखें। स्वस्थ मां ही स्वस्थ परिवार का निर्माण करती है।

ये भी पढ़ें..दाऊद इब्राहिम पर ईनाम की घोषणा पर विपक्ष ने एनआईए को…

शुरुआत में सांसद रीता जोशी ने छह माह की अनन्या व कुश को खीर खिलाकर अन्नप्राशन व आरुषि, श्रेयांश, अरबिया और अरबिश को पोषण टोकरी दी। उन्होंने केंद्र पर ही अरबिया का वजन भी कराया। जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश सिंह ने बताया कि पोषण माह गंभीर कुपोषित बच्चों की प्रारम्भिक पहचान कर उन्हें उचित इलाज एवं कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उनके स्वास्थ्य सुधार के लिए पोषण माह का आयोजन जिले में किया जाएगा। बच्चों एवं किशोरियों तथा धात्री व गर्भवती महिलाओं को कुपोषण से बचाने के लिए सितम्बर माह में पोषण माह का आयोजन किया जा रहा हैं। बताया कि इस वर्ष पोषण माह में खास बात यह होगी की रसोई और न्यूट्री गार्डेन विकसित कर पौधे लगाए जाएंगे। भूमि का अभाव होने पर गमलों का सहारा लिया जाएगा।

संजीता सिंह बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर प्रथम ने बताया कि पूरे माह हर सप्ताह अलग कार्यक्रम कर पोषण के प्रति जागरूकता फैलाई जाएगी। जिसमे प्रथम सप्ताह में सरकारी स्कूल, आवासीय स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायत की अतरिक्त भूमि पर पोषण वाटिका की स्थापना करना। द्वितीय सप्ताह में योगा एवं आयुष के सत्रों का आयोजन बच्चों, किशोरी, गर्भवती महिलाओं को केन्द्रित करते हुए। तृतीय सप्ताह में पोषण सम्बन्धी प्रचार-प्रसार सामग्री, अनुपूरक पुष्टाहार का वितरण एवं चतुर्थ सप्ताह में सैम मैम बच्चो का चिन्हीकरण का अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि 25 से 30 सितम्बर के अंतर्गत पोषण माह मे विभिन्न विभागों से सामंजस्य स्थापित किया जाएगा और 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का वजन एवं लंबाई की नाप ली जाएगी।

गांवों में होंगी पोषण पंचायतें –

पोषण माह के दौरान अधिक से अधिक बैठकें होंगी। मोबाइल के जरिए भी लोगों को जानकारी दी जाएगी। बच्चों में रोग एवं मृत्यु दर कम करने के लिए उनमें कुपोषण की पहचान की जाएगी और गांव में पोषण पंचायतों का आयोजन होगा। स्थानीय स्तर पर इनका प्रबंधन विभागीय कन्वर्जन के मध्यम से किया जायेगा। कार्यक्रम में सुपरवाईजर बबीता सिंह, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुनीता सिंह, सहायिका कमला गौड़ आदि मौजूद रहे।

अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…