कासगंज में सिपाही की हत्या के मामले में वांछित आरोपी मोती पुलिस मुठभेड़ में ढेर

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लखनऊः उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद के सिढपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम नगला धीमर में पुलिस टीम पर हमला कर सिपाही को मौत के घाट उतारने एवं दारोगा को गंभीर रूप से घायल करने के मामले में काफी दिनों से फरार चल रहे मुख्य आरोपी मोती को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। मोती पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस ने दारोगा से छीनी गई पिस्टल भी बरामद कर ली है। मोती के भाई मुठभेड़ के दौरान फरार हो गए। जनपद पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बने मोती ने 12 दिनों तक पुलिस को खूब छकाया लेकिन पुलिस ने भी अपनी हार नहीं मानी। क्षेत्राधिकारी पटियाली, एसओजी टीम, गंजडुंडवारा थाना पुलिस, क्राइम ब्रांच एवं सिकंदरपुर थाना पुलिस के संयुक्त कार्रवाई के चलते काली नदी के किनारे मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मोती एवं उसके भाईयों मोहर सिंह, मानपाल की घेराबंदी कर दी।

मोती एवं उसके भाइयों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में मोती गंभीर रूप से घायल हो गया। जबकि उसके दोनों भाई मानपाल एवं मोहर सिंह मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मोती को घायल अवस्था में जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बीते 9 फरवरी को मोती ने नगला धीमर में सिढपुरा थाना में तैनात दारोगा अशोक कुमार एवं देवेंद्र कुमार को गांव में तब घेर लिया था, जब अवैध शराब बनाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए पुलिसकर्मी गांव में पहुंचे। यहां मोती एवं उसके अन्य साथियों ने सिपाही देवेंद्र की पीट-पीटकर हत्या कर दी। जबकि दारोगा अशोक कुमार को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के 12 घंटे के भीतर पुलिस ने मोती के भाई एलकार को मार गिराया।

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लगातार कई गिरफ्तारियां की गई जिसमें सिया देवी, ममेरे भाई एवं मौसा शामिल हैं। जबकि मोती पुलिस की पकड़ से दूर रहा। उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया। बीती रात पुलिस ने मोती को भी मार गिराया। जबकि इसके भाई मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से दारोगा से छीनी गई पिस्टल भी बरामद की है। इसके अलावा एक तमंचा एवं खोखा कारतूस भी बरामद हुए। एसपी मनोज कुमार सोनकर ने पुलिस टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि फरार आरोपी मोहर सिंह एवं मानपाल सिंह भी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे। काली नदी की कटोरी में कच्ची शराब के कारोबारी मोती एवं उसके साथियों का बोलबाला रहा है। मोती पर विभिन्न धाराओं के 14 मुकदमे दर्ज हैं। जो जनपद के विभिन्न थानों में उल्लिखित हैं। एसपी मनोज कुमार सोनकर ने बताया कि उस पर पहले 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था लेकिन पुलिस मुख्यालय की संस्तुति के बाद एडीजीपी राजीव कृष्ण ने बाद में इसका आपराधिक इतिहास देखते हुए इसे 1 लाख का इनामी घोषित कर दिया था।