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अब मंकीपॉक्स के खतरे से दुनिया को उभारेगा भारत ! बढ़ते मामलों के बीच उठाया ये बड़ा कदम

नई दिल्लीः कोरोना वायरस के कहर के बाद अब दुनियाभर में मंकीपॉक्स (monkeypox ) का खतरा मंडराने लगा है। मंकीपॉक्स वायरस ने इन दिनों दुनियाभर में आतंक मचाया हुआ है। मंकीपॉक्स का वायरस 75 से अधिक देशों में फैल चुका है। दुनियाभर अब तक से मंकीपॉक्स के 20 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। इन देशों की सूची में भारत में नाम भी शामिल है। ऐसे में लोगों के अंदर एक बार फिर दहशत फैल गई है। हालांकि मंकीपॉक्स संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए भारत अलर्ट हो गया है। इसी कड़ी में दुनिया समेत देश को कोरोना की तरह मंकीपॉक्स के खतरे से उभारने के लिए भारत सराकर ने मंकीपॉक्स की स्वदेशी वैक्सीन और टेस्टिंग किट बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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8 कंपनियों ने दिखाई टीका बनाने में रुचि

दरअसल भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को मंकीपॉक्स वायरस (monkeypox) के खिलाफ टीका और डायग्नोस्टिक किट विकसित करने में रुचि दिखाने वाले निमार्ताओं से 31 बोलियां प्राप्त हुई हैं। सूत्रों के अनुसार, कुल 31 बोलियों में से आठ कंपनियों ने टीके के विकास के लिए ईओआई जमा किया है जबकि 23 फर्मों ने किट के विकास के प्रति रुचि दिखाई है। हालांकि, अभी तक किसी भी कंपनी को टेंडर नहीं दिया गया है और फिलहाल इसका मूल्यांकन किया जा रहा है। निर्माता सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से वैक्सीन विकसित करेंगे।

भारत में अब तक 10 मामले आ चुके सामने

आईसीएमआर ने पिछले महीने 27 जुलाई को मंकीपॉक्स के लिए वैक्सीन और डायग्नोस्टिक किट के विकास के लिए ईओआई को आमंत्रित किया था। मंकीपॉक्स के खिलाफ वैक्सीन उम्मीदवार के विकास में संयुक्त सहयोग के लिए अनुभवी वैक्सीन निर्माताओं, इन-व्रिटो डायग्नोस्टिक (आईवीडी) किट निमार्ताओं से ईओआई को आमंत्रित किया गया था। ईओआई जमा करने की आखिरी तारीख 10 अगस्त थी। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी ने शनिवार को एक और मंकीपॉक्स संक्रमण की सूचना दी, जिससे मामले की संख्या 5 हो गई। पांच संक्रमित रोगियों में से एक को छुट्टी दे दी गई है और चार का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा है। भारत में अब तक मंकीपॉक्स संक्रमण के 10 मामले सामने आ चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि दुनिया को कोरोना संकट से उभारने में भारत के अंदर विकसित कोरोना वैक्सीन ने अहम भूमिका निभाई थी। भारत ने महामारी के दौरान कई देशों को कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध कराई थी। इस बीच मंकीपॉक्स के बढ़ते खतरे को देखते हुए भारत सरकार एक बार फिर दुनिया का नेतृत्व करने की तरफ आगे बढ़ रही है। इसी कड़ी में देश के अंदर मंकीपॉक्स की स्वदेशी वैक्सीन और टेस्टिंग किट बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जिसमें मंकीपॉक्स की स्वदेशी वैक्सीन बनाने के लिए 8 कंपनियां आगे आई हैं। वहीं 23 फर्मां ने टेस्टिंग किट में इंटरेस्ट दिखाया है।

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