मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख से अवैध वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ जारी है। देशमुख से पूछताछ के लिए ईडी के संयुक्त निदेशक सत्यव्रत कुमार भी मुंबई पहुंचे हैं। पूछताछ के बाद देर रात को अनिल देशमुख को गिरफ्तार किया जा सकता है।
ईडी के पांच समन पर पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं होने वाले अनिल देशमुख सोमवार की सुबह अपने वकील इंद्रपाल सिंह के साथ अचानक ईडी के मुंबई स्थित दफ्तर पहुंच गए थे। अनिल देशमुख ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने ईडी जांच को सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में चुनौती दी है, जहां मामला लंबित है। इसके बाद उन्हें ईडी ने 5 समन जारी किया और 5 बार उनके घर एवं कार्यालय पर छापेमारी की। कोर्ट में मामला लंबित होने के बावजूद इस तरह की ज्यादती की गई और उनके परिवार को परेशान किया गया, जबकि वे, उनका परिवार और सहायक हमेशा ईडी की जांच में सहयोग देते रहे। उन पर आरोप लगाने वाला (परमबीर सिंह) देश से फरार हो गया है और वे ईडी को सहयोग करते रहे हैं। आज वे खुद ईडी के समक्ष उपस्थित हो रहे हैं। इसके बाद ईडी अधिकारी तासीन सुलतान ने अनिल देशमुख से पूछताछ शुरू की थी। इसके बाद ईडी के संयुक्त निदेशक सत्यव्रत कुमार भी शाम को मुंबई पहुंचे हैं।
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उल्लेखनीय है कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये रंगदारी वसूली का टारगेट देने का आरोप लगाया था। इस आरोप के बाद मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से ईडी मामले की छानबीन कर रही है। ईडी ने अनिल देशमुख के दो सहायकों को गिरफ्तार किया है, जो इस समय न्यायिक हिरासत में हैं।
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