कैथलः बुधवार को करनाल रोड की डिफेंस कॉलोनी में मोबाइल टावर को चालू करने आई टीम व टावर पर बिजली का कनेक्शन लगाने के लिए आई बिजली विभाग की टीम को लोगों ने खदेड़ दिया। महिलाओं ने मोहल्ला में टावर लगाने का विरोध किया और प्रदर्शन किया। महिलाएं देर शाम तक हाथों में डंडे लेकर टावर लगाने वाली जगह पर बैठी रही। मोहल्ला वासियों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर मोहल्ला में जिओ 5जी का टावर नहीं लगने देंगे। अगर नगर परिषद नहीं माने तो गए इसके खिलाफ धरना देंगे।
मोहल्ला की रहने वाली संतरो, रतनी, कमला, गुड्डी, संतोष, शीला, नीला शीतल व सोना देवी का कहना है कि उनके पड़ोस में बने एक मकान पर जिओ 5जी का टावर लगाया जा रहा है। टावर शुरू होने से पैदा होने वाली रेडिएशन से उनके स्वास्थ्य को हानी पहुंचेगी। 5जी के रेडिएशन से कैंसर तक का खतरा हो सकता है। नगर परिषद के कानून के मुताबिक आबादी वाले क्षेत्र में टावर नहीं लगाया जा सकता। नियमों के अनुसार टावर लगाने से पहले पड़ोसियों की अनुमति लेना जरूरी है। लेकिन कम्पनी ने किसी पड़ोसी की इस बारे में राय नहीं ली। सूचना पाकर सिविल लाइन थाने से एसआई ऋषि पाल, एएसआई सुरेश कुमार, हेड कांस्टेबल मुकेश व एसपीओ महावीर मौका पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके पास कम्पनी के अधिकारियों का फोन आया था कि मोहल्ले के लोग उनके काम में रुकावट डाल रहे हैं। वह नियमों के अनुसार ही टावर लगा रहे हैं।
मोबाइल टावर लगाने वाली कम्पनी के एससीओ विभाग के जयवीर का कहना है कि वे मोहल्ला में 5जी नहीं 4जी का टावर लगा रहे हैं। कम्पनी ने टावर लगाने के लिए सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर रखी है। पार्षद सुशीला देवी ने कहा कि मोहल्ले में टावर लगाना यहां के लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करना है। नगर परिषद के अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर टावर लगाने की अनुमति दी है। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी कुलदीप मलिक का कहना है कि नगर परिषद की इंजीनियरिंग ब्रांच ने पूरे मामले की तहकीकात कर टावर लगाने की संस्तुति की थी। डिफेंस कॉलोनी अप्रूव्ड एरिया है और वहां टावर लगाया जा सकता है। टावर लगाने वाली कम्पनी सभी नार्जस पूरे करती है।
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