रांची: झारखंड विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में शुक्रवार को कोलकाता में कैश के साथ पकड़े गये तीनों विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी, डॉ इरफान अंसारी और राजेश कच्छप भी शामिल हुए। तीनों विधायकों ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि कुछ नेताओं ने उन्हें फंसाया है। डॉ इरफान अंसारी ने कहा, कुछ नेताओं को फोटो खिंचवाने और खबर में रहने का लालच है।
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इरफान अंसारी ने कहा, हाईकोर्ट ने जमानत दी है, सच की जीत हुई है। सरकार बनाने में हमारी भूमिका है। जिसने साजिश रची, आलाकमान को गुमराह कर दिया। तीनों विधायक के पास से मिले पैसे को एक साथ जोड़कर बना दिया गया है। अनूप सिंह पार्टी नहीं है, पार्टी ने एक पक्ष का फैसला लिया है। हम इस मामले में पार्टी को विस्तार से जानकारी देंगे। हमने भी मांग की है कि दुनियाभर की सबसे अच्छी एजेंसी से जांच करा लें। अनूप सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की और भूषण बाड़ा। अनूप सिंह से मेरी एक साल से बात नहीं हुई है, आरोप जिन लोगों ने लगाया है उन्हें साबित करना होगा। हमें फंसाया गया है। अनूप को मैं बचपन से जानता हूं यह दो नंबर के लोगों से घिरा रहता है।
हाथों में तख्तियां लेकर सत्तापक्ष के विधायकों का प्रदर्शन –
झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र शुक्रवार को बुलाया गया है। आमतौर पर जब भी झारखंड विधानसभा का सत्र होता है, विधानसभा के मुख्य गेट पर विपक्ष के विधायकों का जमावड़ा लगा होता है। विपक्षी पार्टी के विधायक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हैं लेकिन शुक्रवार को पहली बार विधानसभा के मुख्य गेट पर सत्तापक्ष दिखा। विधानसभा के मुख्य गेट पर झामुमो, कांग्रेस और राजद के विधायक के हाथों में तख्तियां लेकर खड़े दिखे। विधानसभा के गेट पर सत्ता विधायकों ने कहा कि झारखंड को हमने बनाया है हम ही सवारेंगे, जो वादा सरकार ने किया था उसे पूरा किया जा रहा है। झारखंड की पहचान 1932 की खतियान है और हम इसे लागू करने जा रहे हैं। सत्ता पक्ष के विधायक पूरी तरह एकजुट नजर आ रहे हैं और उत्साहित भी हैं। वहीं विपक्षी पार्टी के विधायक गाड़ियों से उतरते ही सीधे विधानसभा के अंदर चले गये।
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