29 साल बाद गिरफ्तार हुए हत्यारे, सिर्फ 3 हजार रुपये के लिए ली थी 5 लोगों की जान

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मुंबई: मुंबई पुलिस और उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक संयुक्त अभियान में मीरा रोड हत्याकांड (Mira road murder case) मामले में आरोपित फरार दो सगे भाइयों को 29 साल बाद वाराणसी से गिरफ्तार किया है। इन दोनों भाइयों पर 16 नवंबर 1994 को सिर्फ तीन हजार रुपये के लिए एक महिला और उसके चार बच्चों की हत्या का आरोप है।

इस मामले की छानबीन कर रहे पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि दोनों की पहचान अनिल सरोज और सुनील सरोज के रूप में की गई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि दोनों वाराणसी के एक मंदिर में आने वाले हैं। इसी वजह पुलिस ने युपी पुलिस की मदद से दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों से पूछताछ के बाद पता चला कि दोनों हत्या करने के बाद दिल्ली चले गए थे। इसके बाद वहां से दोनों जौनपुर जिले के केराकत में तांत्रिक बन कर रह रहे थे। पुलिस मामले की गहन छानबीन कर रही है।

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महिला व 4 बच्चों को उतारा था मौत के घाट

29 साल पहले दोनों भाई मीरा रोड (Mira road murder case) के एक चाल में रहते थे। इनके पड़ोस में राज नारायण प्रजापति अपनी पत्नी और चार बच्चों सहित रहते थे। दोनों भाइयों के तीन हजार रुपये उनके सूटकेस से गायब हो गए थे। इस पर प्रजापति परिवार के साथ दोनों का विवाद हुआ था। इसके बाद जब राजनारायण प्रजापति अपने काम पर गए, इन दोनों ने कालिया चौहान उर्फ राजकुमार की मदद से प्रजापति की पत्नी और चार बेटों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले के आरोपित कालिया चौहान को पिछले साल गिरफ्तार किया था।

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