लखनऊः एक ओर जहां जनता का भरोसा जीतकर भारतीय जनता पार्टी सूबे में दोबारा सरकार बनाने जा रही है, तो वहीं दूसरी ओर विभागों में फिर से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। अब विभागों में इस बात की चर्चा तेज है कि इस बार किस माननीय को विभाग का मुखिया बनाया जाएगा। आालम यह है कि विभागों के मुख्यालय से लेकर क्षेत्रीय कार्यालयों तक में विभागीय मंत्री (minister) के कयासों का दौर हर वक्त जारी है। इन चर्चाओं से परिवहन विभाग, यूपी रोडवेज और विधुत विभाग भी अछूते नहीं है। परिवहन विभाग मुख्यालय, आरटीओ कार्यालय, परिवहन निगम मुख्यालय, रीजन कार्यालयों में यह चर्चा आम है कि इस बार विभाग की दशा सुधारने के लिए बहुत सोच-समझ कर परिवहन मंत्री का चुनाव किया जाएगा।
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कुछ इसी प्रकार की चर्चाएं शक्ति भवन से लेकर सभी बिजली दफ्तरों में भी आम हैं। विभाग के बढ़ते घाटे को कम करने, प्रबंधन व कर्मियों के बीच हितों के टकराव को समाप्त कर काम का स्वस्थ माहौल बनाने और निजीकरण को सिरे से खारिज करने वाले को मुखिया बनाने की हिमायत हो रही है। हालांकि, मंत्री (minister) किसी को भी बनाया जाए, मगर परिवहन विभाग,विधुत विभाग के अफसर व कर्मी अपने माननीय के इंतजार में बेचैन हैं। विभागीय मुखिया के स्वागत की जोर-शोर से तैयारियां भी चल रही हैं। प्रमुख सचिव आर. के. सिंह का कहना है कि जनता के लिए इस सरकार में भी तेजी से काम किए जाएंगे, ताकि जन सामान्य को अधिकाधिक लाभ मिल सके। दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सड़क सुरक्षा पर विशेष फोकस किया जा रहा है।
नए परिवहन मंत्री के लिए होंगी कई चुनौतियां
सरकार के गठन और मंत्री बनाए जाने की आहट के बीच टेढ़ी कोठी स्थित परिवहन विभाग और रोडवेज मुख्यालय के कमरों की साफ-सफाई का दौर शुरू हो गया है। पिछली बार सरकार बनने के बाद परिवहन मंत्री ने सबसे पहले कार्यालय के निरीक्षण के बाद साफ-सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के निर्देश दिए थे। ऐसे में रोडवेज मुख्यालय में बने परिवहन मंत्री के कमरे का नक्शा भी बदल गया है। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में चल रहे निर्माण कार्य को भी जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है, ताकि नए भवन का उद्घाटन परिवहन मंत्री (minister) से कराया जा सके। आरटीओ प्रशासन और आरटीओ प्रवर्तन के कमरों में दिन भर लोग नए मंत्री को लेकर चर्चा करते रहे। परिवहन निगम मुख्यालय के सभी कमरों में भी नए मंत्री को लेकर कयास लगाए जाते रहे। इस दौरान नए मंत्री के स्वागत को लेकर तैयारी भी की गई।
ऊर्जा मंत्री को लेकर भी कयास जारी
नए मंत्री को लेकर चर्चाओं का बाजार ऊर्जा विभाग में भी गर्म है। शक्ति भवन मुख्यालय से लेकर सभी बिजली दफ्तरों में ऊर्जा मंत्री को लेकर कयासों का दौर जारी है। अभियंताओं और बिजली कर्मियों में यह चर्चा आम है कि जो विभागीय हित में काम करे, उसी को मंत्री बनाया जाए। शक्ति भवन मुख्यालय और बिजली दफ्तरों में एक बार फिर से साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है और नए ऊर्जा मंत्री के स्वागत की तैयारियां भी की जा रही हैं।
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