कानपुर: उत्तर प्रदेश में हाड़ कंपा देने वाली ठंड का कहर जारी है। मौसम विभाग ने उप्र में मंगलवार एवं बुधवार को घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। सोमवार रात से घने कोहरे ने लखनऊ, कानपुर सहित पूरे उप्र में अपना प्रभुत्व जमाया है।
मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे तक घना कोहरा छाया हुआ है। कई शहरों में विजिबिलिटी शून्य है। सड़कों पर सामने चल रहे वाहन दिख नहीं रहे हैं। हाईवे पर भी घना कोहरा छाया हुआ। कानपुर, इटावा और वाराणसी प्रदेश में सबसे ठंडे शहर रहे। यहां न्यूनतम तापमान 3°C बना रहा। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में संभावना है कि दो दिन बाद ठंड से हल्की राहत मिल सकती है, लेकिन 15 और 16 जनवरी को पारा एक डिग्री तक गिर सकता है।
बारह वर्ष का टूटा रिकॉर्ड –
बता दें कि दो जनवरी के बाद से कानपुर लगातार शीतलहर की चपेट में है। तीसरे दिन सोमवार को कानपुर में रेड अलर्ट रहा। आधी रात से लेकर सुबह तक कोहरा इतना घना था कि विजिबिलिटी घटकर 3 मीटर से भी कम रह गई। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 48 घंटों में सर्दी से कोई राहत नहीं मिलेगी। कोहरा भी घना रहेगा। कानपुर में 12 साल बाद सोमवार को दिन में इतना सर्दी रिकॉर्ड की गई।
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प्रदेश में सबसे अधिक ठंड कानपुर, वाराणसी एवं इटावा –
कानपुर में रात का तापमान एयरफोर्स स्टेशन पर 3.1°C और सीएसए के वेदर स्टेशन पर 4°C दर्ज किया गया। यह सामान्य से 3.4°C कम रहा। एक, दो और चार जनवरी को छोड़कर शेष दिनों में अब तक पारा पांच डिग्री से कम रहा है। इस सीजन में रातें लगातार सर्द चल रही हैं। कानपुर 3.1°C, इटावा 3°C और वाराणसी 3.5°C के साथ सोमवार को सबसे ठंडा रहा। कानपुर में कड़ाके की ठंड में भी घने कोहरे के बीच पूरा पैक होकर मॉर्निंग वॉकर्स मोतीझील में वॉक करने पहुंच रहे हैं।
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव अब मौसम पर दिखना शुरू –
मौसम विज्ञानी डॉ. एस.एन. सुनील पांडेय ने बताया कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव अब तेजी से मौसम पर पड़ना शुरू हो गया है। अब ठंड होगी तो सबसे अधिक होगी, बारिश होगी तो सबसे अधिक होगी। गर्मी होगी तो सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी। बीता दिसंबर 122 सालों में जहां सबसे गर्म रहा, वहीं जनवरी की शुरुआत से ही लगातार रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ रही है। वर्तमान में जो रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ रही है, उसका मुख्य कारण 31 दिसंबर तक पहाड़ों पर हुई बर्फबारी है। उत्तर पश्चिमी हवाओं के साथ इसकी ठंडक पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का कारण बनी है। यही, बर्फीली हवाएं तापमान गिरा रही हैं। हालांकि, आसमान साफ है। दो दिन बाद एक नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से चार दिन के लिए थोड़ी राहत मिल सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि न्यूनतम तापमान आठ जबकि अधिकतम 19-20 डिग्री तक पहुंच जाएगा। 14 जनवरी से पश्चिम विक्षोभ के आगे बढ़ जाने पर एक बार फिर से तापमान गिर सकते हैं। 15 या 16 जनवरी को न्यूनतम तापमान 1 या 2 डिग्री तक जा सकता है।
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