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मीनाक्षी लेखी ने पेगासस को बताया मनगढ़ंत, कहा- इसका कोई सबूत नहीं

नई दिल्लीः प्रमुख नागरिकों की इजराइली पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल करने की कथित खबरों का जिक्र करते हुए भाजपा की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने गुरुवार को कहा कि इस तरह की कहानियां मनगढ़ंत और काल्पनिक हैं और इसका कोई सबूत नहीं है। भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए लेखी ने कहा, भारतीय संस्थानों को कमजोर करने और डेटा संरक्षण को रोकने के लिए इस तरह की कहानियां फैलाई जाती हैं, जो देश का कानून बनने के लिए तैयार है। यह संरचनाओं की विश्वसनीयता के प्रति जनता को असंवेदनशील बनाने और हमारे देश की छवि खराब करने के लिए है।

लेखी ने दावा किया कि यह मनगढ़ंत और बिना सबूत फैलाई गई खबर है। उन्होंने कहा, स्पाइवेयर मुद्दे में दस देशों का नाम लिया गया है, लेकिन अन्य देशों के विपक्ष ने हमारे विपक्ष की तरह प्रतिक्रिया नहीं दी है। यह एक ऐसी कहानी है जो मनगढ़ंत, काल्पनिक और सबूत रहित है। लेखी ने यह भी दावा किया कि पेगासस के निर्माता एनएसओ ने इनकार किया है कि यह उनके ग्राहकों की एक सूची है।

लेखी ने कहा, एनएसओ ने इनकार किया है कि यह उनके ग्राहकों की सूची नहीं है और इसके पास प्रचलन में सूची के बीच किसी भी संबंध का कोई पुष्ट सबूत नहीं है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने इस सूची से इनकार किया है और फिर भी, विपक्ष ने फर्जी खबरों के आधार पर सदन को बाधित करना जारी रखा है।

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भाजपा नेता ने कहा, इस विवाद के जरिए फेक नरेटिव बनाने की कोशिश की जा रही है। ये स्टोरी एकदम फेक है। येलो पेज पर एक लिस्ट बना ली गई है और उसके जरिए संसद को बाधित किया जा रहा है। एमनेस्टी ने पहले ही इस लिस्ट से पल्ला झाड़ा लिया है और एनएसओ भी अपनी बात रख चुका है। ऐसे में अब इस विरोध के जरिए सिर्फ भारत को बदनाम किया जा रहा है और लोकतंत्र के तमाम स्तंभो को बर्बाद करने की कवायद हो रही है। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, जब भी देश में कुछ सही और अच्छा होने वाला होता है, विपक्ष इस तरह का व्यवहार करता है।