लखनऊः बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश व तेलंगाना इन पांच राज्यों के पार्टी संगठन की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने संगठन और जनाधार को बढ़ाने के साथ ही बाबा साहब के जीवन-संघर्ष के बारे पदाधिकारियों को बताया। उन्होंने राज्यों में पार्टी यूनिट के स्टेट व जिलों के प्रमुख तथा वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ चली अहम बैठक में वर्तमान राजनीतिक हालात व सरकारी कार्यकलापों आदि के बारे में भी फीडबैक लिया।
उन्होंने कहा कि घनी आबादी वाले हरियाणा, मध्य प्रदेश एवं यूपी आदि राज्यों में अति-गरीबी, बेरोजगारी, जातिवादी व साम्प्रदायिक तनाव, हिंसा आदि की दुःखद तस्वीर सामने आ रही हैं जबकि इन राज्यों में वर्षों से डबल इंजन की सरकारें काम करने का दावा करती हैं। इन राज्यों में बहुप्रचारित सरकारी विकास व स्मार्ट राज्य के सुखद जीवन की सुनहरी तस्वीर लोगों के सामने उभर कर आनी चाहिए थी। बसपा प्रमुख ने कहा कि आज देश में कड़वी वास्तविकता यही है कि ऐसी कोई सरकार नहीं दिखती है जो महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी के अलावा जनहित व जनकल्याण के संबंध में पूरी गंभीरता व ईमानदारी के साथ काम करने की स्थिति में है। इसीलिए नये भारत की नई सुन्दर तस्वीर बनकर कोई राज्य नहीं उभर पा रहा है। उन्होंने पूर्व की सरकारों पर भी हमला बोला।
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उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस के समय में जातिवाद, भ्रष्टाचार व द्वेष आदि का अभिशाप देश को खोखला कर रहा था, लेकिन अब उसमें साम्प्रदायिक हिंसा, तनाव तथा सरकारी विद्वेष आदि भी बड़े पैमाने पर शामिल हो गया है। ऐसे में देश के विकास के लिए जरूरी हिंसा व तनाव मुक्त व्यवस्था का माहौल कहां से पैदा होगा? सरकारें इस बारे में जरूर चिन्तन करें। किसी भी राज्य को इन मामलों में एक अच्छी मिसाल बनकर उभरने की जरूरत क्यों नहीं है?
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