दिल्ली हिंसा को मायावती ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, अखिलेश ने की कानून रद्द करने की मांग

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लखनऊः गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा को लेकर सियासत शुरू हो गई है। किसान आन्दोलन की अगुवाई कर रहे नेता हिंसा करने वालों से जहां किनारा कर रहे हैं। वहीं विपक्षी दल हिंसा की आड़ में सरकार को घेरने में जुटे हैं। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने हिंसा को अति दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने केन्द्र सरकार से इसे अति गम्भीरता से लेने के साथ तीनों नये कृषि वापस लेने की पुनः अपील की है। इसी तरह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी हालात के लिए भाजपा सरकार को कसूरवार ठहराते हुए कृषि कानून तत्काल रद्द करने की मांग की है।

मायावती ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह कतई भी नहीं होना चाहिए था। यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण तथा केन्द्र की सरकार को भी इसे अति-गंभीरता से जरूर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही, बसपा की केन्द्र सरकार से पुनः यह अपील है कि वह तीनों कृषि कानूनों को अविलम्ब वापस लेकर किसानों के लम्बे अरसे से चल रहे आन्दोलन को खत्म करे ताकि आगे फिर से ऐसी कोई अनहोनी घटना कहीं भी न हो सके। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने जिस प्रकार किसानों को निरन्तर उपेक्षित, अपमानित व आरोपित किया है, उसने किसानों के रोष को आक्रोश में बदलने में निर्णायक भूमिका निभायी है। अब जो हालात बने हैं, उनके लिए भाजपा ही कसूरवार है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानते हुए कृषि-कानून तुरंत रद्द करे।

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उल्लेखनीय है कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान पिछले दो महीने से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड की घोषणा की थी। दिल्ली पुलिस के साथ बैठक के बाद किसानों को परेड की अनुमति दी गई थी। इस दौरान किसानों ने वादा किया था कि परेड दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड के पास नहीं जाएगी, लेकिन मंगलवार को प्रदर्शनकारी तय रूट को छोड़ दिल्ली के मध्य तक घुस आए और जमकर तोड़फोड़ की। बैरिकेड तोड़ते हुए ये लोग लाल किले तक पहुंच गए और हिंसा की। इस दौरान रोकने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मियों पर पथराव करने के साथ रॉड और तलवारों से हमला किया। अलग-अलग जगहों पर उपद्रव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और कुछ लोगों की हालत गम्भीर है। पुलिस ने मामले में एफआइआर दर्ज की है।