लखनऊः मणिपुर हिंसा को लेकर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती लगातार सत्ता पक्ष और विपक्ष को राजनीति न करने की सलाह दे रही है। वहीं इस मामले को लेकर संसद के मानसून सत्र में लगातार आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। विपक्ष इस ज्वलंत मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में बयान मांग रहा है। विपक्ष ने सोमवार को एक बार फिर से सरकार को सदन में घेरने की कोशिश की। वहीं सत्ता पक्ष भी राजस्थान और पश्चिम बंगाल के मामले को लेकर हमलावर है।
2.मणिपुर पर चर्चा पर सहमति के बावजूद संसद के चालू सत्र के पहले दो दिन का समय नियम विवाद को लेकर बर्बाद हो जाना दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण। सरकार-विपक्ष आरोप-प्रत्यारोप व एक-दूसरे को नीचा दिखाने के बजाय समस्या का हल ढूंढने का सामूहिक प्रयास करें। मणिपुर पर चर्चा व सरकारी वक्तव्य जरूरी।
— Mayawati (@Mayawati) July 24, 2023
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मायावती ने आगे कहा कि मणिपुर पर चर्चा पर सहमति के बावजूद संसद के चालू सत्र के पहले दो दिन का समय नियम विवाद को लेकर बर्बाद हो जाना दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार-विपक्ष आरोप-प्रत्यारोप व एक-दूसरे को नीचा दिखाने के बजाय समस्या का हल ढूंढने का सामूहिक प्रयास करें। मणिपुर पर चर्चा व सरकारी वक्तव्य जरूरी है।
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