नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के स्वामी प्रसाद के विवादित बयान से जहां एक तरफ उनकी समाजवादी पार्टी ने खुद को अलग कर लिया है, वहीं दूसरी तरफ BJP नेताओं ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बयान में कहा था कि ‘हिंदू एक धोखा है।’ उन्होंने यह बयान सोमवार को जंतर-मंतर पर दिया था, इस बयान में मौर्य ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयानों का हवाला भी दिया।
BJP नेताओं ने कसा तंज
समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान पर समाजवादी पार्टी की नेता और सांसद डिंपल यादव ने सोशल मीडिया पर कहा है कि यह स्वामी प्रसाद मौर्य का निजी बयान है। ये पार्टी की सोच नहीं है। इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।’ गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ऐसे बयानों से इनकार करते रहे हैं। इसके बावजूद इस तरह के बयान देने पर बीजेपी नेताओं ने तंज कसा है।
आगामी चुनाव में होगी मुश्किल
बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य और उदयनिधि स्टालिन जैसे लोग सनातन धर्म और हिंदू धर्म का अपमान कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद ने बहुत कुछ कहा है। सुशील कुमार ने यह भी कहा है कि रामचरितमानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य का मानना है कि हिंदू धर्म को गाली देकर उन्हें पिछड़े समुदाय का वोट मिल जाएगा लेकिन वह भूल जाते हैं कि पिछड़े समुदाय के लोग भगवान राम और भगवान कृष्ण की पूजा दूसरों से ज्यादा करते हैं। हैं। ऐसे बयान देने के बाद उन्हें आगामी चुनाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
यह भी पढ़ेंः-स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर उगला जहर, कहा- हिंदू धर्म नहीं एक धोखा है, यह कुछ लोगों के लिए धंधा है
सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि चाहे स्वामी प्रसाद मौर्य हों या एनडीए गठबंधन का कोई भी नेता, वे ‘धर्म’ का मतलब नहीं समझते हैं। उनकी विचारधारा तुष्टिकरण पर आधारित है और यह वोट के लिए किया जाता है।’
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)