मथुराः भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा (Mathura) में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर के प्रस्तावित विकास के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। इस बीच स्थानीय निवासियों और दुकानदारों ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से लिखे पत्र भेजे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रस्तावित विकास अनावश्यक है और यह उनके पुश्तैनी घरों को नष्ट कर देगा और उनकी आजीविका को प्रभावित करेगा। इसके अलावा निर्माण होने से क्षेत्र का विरासत मूल्य खत्म हो जाएगा। दरअसल प्रस्तावित कॉरिडोर के लिए करीब 300 से अधिक दुकानों और घरों को तोड़ा जाना है। जिसका मथुरावासी विरोध कर रहें है।
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बांके बिहारी बाजार संघ के अध्यक्ष अमित गौतम ने मंगलवार को कहा, “गलियारे के प्रस्तावित विकास के विरोध में सोमवार को मंदिर के आसपास के क्षेत्र में संचालित 300 से अधिक दुकानें बंद रहीं। हमने अपने खून से प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है कि विकास की त्रुटिपूर्ण योजना के नाम पर क्षेत्र को बर्बाद नहीं होने दिया जाए।” उन्होंने कहा कि, “अगर सरकार योजना वापस नहीं लेती है तो विरोध तेज होगा।” प्रस्तावित कॉरिडोर के लिए आठ सदस्यीय समिति ने इस महीने की शुरूआत में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर एक सर्वेक्षण पूरा किया था।
महिलाओं ने भी जताया विरोध
बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर निर्माण (Mathura) के विरोध में रविवार को आगे आईं महिलाओं ने सोमवार को दूसरे दिन भी विरोध जताया। महिलाओं ने ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर चबूतरे पर बैठकर प्रदर्शन कर ठाकुरजी रक्षा करो, बिहारीजी रक्षा करो के नारे लगाए। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने श्री बांके बिहारी जी से प्रार्थना करते हुए कहा कि हे बिहारी जी आप प्रगट हों और ब्रजवासियों की रक्षा करें। उनकी आंखों में आंसू बह रहे हैं। वह भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि विकास के नाम पर जो विनाश किया जा रहा उससे ब्रजवासियों को बचाएं, क्योंकि जब यहां की ऐतिहासिक धरोहर ही नहीं रहेंगी तो इस वृंदावन को कोई नहीं पूछेगा।
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