रवि चंपारण: शारदीय नवरात्र के सातवें दिन आदि शक्ति मां दुर्गा का पट वैदिक मंत्रोच्चार के बाद दर्शन के लिए खोल दिया गया। मां दुर्गा का पट खुलते ही पंडालों में बने मां दुर्गा के अलौकिक स्वरूप की पूजा करने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भव्य व आकर्षक पंडाल में बनी देवी मां की प्रतिमा को देखने के लिए युवक-युवतियों समेत महिला-पुरुषों की भीड़ जुटने लगी है।
शनिवार को पूरे विधि-विधान से माता कालरात्रि की पूजा-अर्चना की गई। वहीं देर रात लोगों ने निशा पूजा की और देवी मां से मन्नतें मांगी। शास्त्रों के अनुसार निशा पूजा का बहुत महत्व है। जो भक्त अटूट श्रद्धा के साथ देवी मां की पूजा करते हैं। माता उनकी मनोकामना अवश्य पूरी करती हैं। रविवार को मां के आठवें स्वरूप महागौरी माता की पूजा की जायेगी। इसके साथ ही सप्तमी तिथि से ही सभी जगह मेला का दृश्य कायम हो गया है। शाम होते ही पूरा शहर दूधिया और रंग-बिरंगी रोशनी से चकाचौंध हो जाता है। जैसे-जैसे रात गहराती गई, लोग देवी मां की मूर्ति देखने के लिए सड़कों पर निकलने लगे। पूजा सामग्री के साथ-साथ खेल-खिलौनों से सजे सभी पूजा पंडालों के आसपास के दुकानदारों को इस वर्ष अनुकूल मौसम के कारण बिक्री की उम्मीद है। फल, पकवान आदि की भी अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है।
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देवी मां को प्रसाद चढ़ाने के लिए श्रद्धालु पान, फूल, नारियल, फल, पकवान आदि पवित्र वस्तुएं खरीदकर देवी मां को चढ़ाकर खुद को धन्य महसूस करने लगे हैं। शहर के विभिन्न स्थानों पर पूजा समिति के लोग पूरी सतर्कता के साथ जुट गये हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर पुलिस गश्त सहित तैनात पुलिसकर्मी यातायात आदि को सुचारु रखने के लिए लगातार सजगता के साथ काम कर रहे हैं। सप्तमी तिथि की तुलना में अष्टमी और नवमी तिथि को भीड़ बढ़ने की संभावना है। अनुमान है कि अष्टमी और नवमी को भक्तों की भीड़ देवी मां के दर्शन के लिए घरों से निकलेगी। ऐसे में पूजा समिति के सदस्यों समेत सरकार और प्रशासन के लोगों ने पूरी तैयारी कर ली है। दोनों दिन शाम ढलने के बाद यातायात चालू रखना प्रशासन के लिए चुनौती होगी।
इस संबंध में एएसपी श्रीराज का कहना है कि पूजा पंडालों से लेकर चेकपोस्टों व सड़कों पर पर्याप्त संख्या में महिला व पुरुष बलों की तैनाती की गयी है। वाहनों की पार्किंग के लिए स्थल का चयन कर लिया गया है। आगंतुकों को केवल निर्धारित वाहन स्थल तक ही वाहनों से जाने की अनुमति होगी। शरारती तत्व इसमें शामिल न हों, इसके लिए भी बेहतर इंतजाम किए गए हैं। सादे लिबास में महिला/पुरुष बलों की तैनाती की गयी है। जो लगातार संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर रखेगी। इसके साथ ही सभी पूजा पंडालों को सीसीटीवी कैमरे से लैस कर दिया गया है। इस बार लहेरियाकट बाइकर्स की खोज के बारे में जानकारी जुटाने की भी योजना है। जाहिर है कि लहराती बाइकों और लड़कियों को देखकर छेड़छाड़ और अन्य हरकतें करने वाले बच नहीं पाएंगे। अब देखना होगा कि प्रशासन की तैयारियों का इस शारदीय नवरात्र में पूजा करने और माता की प्रतिमा के दर्शन करने वाले भक्तों को कितना फायदा मिलता है।
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