मुंबई: जालना जिले के अंतरवाली सराटी गांव में मराठा आरक्षण के लिए भूख हड़ताल कर रहे मनोज जरांगे (Manoj Jarange) की बुधवार सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसी वजह से जिला प्रशासन ने तत्काल मौके पर डॉक्टरों की टीम भेज कर जरांगे का प्राथमिक इलाज करवाया। जरांगे को सलाइन चढ़ाई जा रही है। मनोज जरांगे की भूख हड़ताल का आज नौवां दिन है।
डॉक्टरों की टीम ने मनोज जरांगे (Manoj Jarange) को अस्पताल में भर्ती होने की पेशकश की, जिसे जरांगे ने ठुकरा दिया है। डॉक्टरों के मुताबिक जरांगे के गले में संक्रमण और शरीर में ताकत की कमी के कारण वे ठीक से बोल नहीं पा रहे हैं। जरांगे ने मीडिया को बताया कि सरकार ने उनकी जान लेने का फैसला कर लिया है। इसी वजह से कुनबी जाति प्रमाणपत्र के लिए शासन आदेश निकालने में विलंब कर रही है।
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उल्लेखनीय है कि सरकार का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मनोज जरांगे (Manoj Jarange) से मिला था और उनसे कुनबी जाति प्रमाणपत्र के लिए शासन आदेश निकालने के लिए एक महीने का वक्त मांगा था। लेकिन उन्होंने सरकारी प्रतिनिधिमंडल को सिर्फ चार दिनों का वक्त दिया है। साथ ही मनोज जारंगे ने भूख हड़ताल जारी रखी है। मराठा आरक्षण के बारे में आज हो रही कैबिनेट की बैठक में चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है।
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