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G20 Summit: मेहमानों को खास चांदी के बर्तनों में परोसा जाएगा खाना, भारतीय संस्कृति की दिखेगी झलक

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G20 Summit: राजधानी दिल्ली में 8 सितंबर से होने वाले G20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। खास मेहमानों को चांदी के बर्तन में खाना परोसा जाएगा। जिसमें भारत की संस्कृति और विरासत की झलक देखने को मिलेगी। प्रगति मैदान के भारत मंडपम में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने वाले विदेशी मेहमानों को चांदी के बर्तन में खाना परोसा जाएगा। इसके लिए चांदी के बर्तन खास तौर पर डिजाइन किए गए हैं। आयोजन में शामिल होने वाले सभी मेहमान इन बर्तनों में एक साथ खाना खा सकेंगे।

200 लोगों ने दिन-रात मेहनत कर तैयार किए बर्तन

बता दें कि जयपुर के IRIS मेटल वेयर ने 160 किलो चांदी से ये खास 15 हजार बर्तन बनाए हैं। इन बर्तनों को 45 दिनों में तैयार किया गया। बर्तनों को बनाने में 200 लोगों ने दिन-रात मेहनत की। IRIS के मुख्य डिजाइनर राजीव पाबुवाल ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में आने वाले मेहमानों के लिए भारतीय विरासत और संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने वाले बर्तनों को डिजाइन करते समय विशेष ध्यान रखा गया है। इसमें डिजाइन की गई स्वागत प्लेट में अशोक चक्र को दर्शाया गया है। इसी थाली से विदेशी मेहमानों को तिलक लगाया जाएगा। इसके अलावा यहां बने बर्तनों में भारत की विभिन्न संस्कृतियों की झलक दिखाई देती है।

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1982 से शुरू हुआ था चांदी के बर्तन में खिलाने का सिलसिला

जहां तक चांदी के बर्तनों की बात है तो राजीव पाबूवाल के मुताबिक यह एकमात्र ऐसी धातु है जो खाने के लिए सबसे ज्यादा सुरक्षित है। यही कारण है कि राजा-महाराजा चांदी के बर्तनों में ही खाना खाते थे। राजीव के मुताबिक, दिल्ली के जिन भी होटलों में विदेशी मेहमान रुकेंगे, उन सभी होटलों में उनके बनाए चांदी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

इसके अलावा देश के 60 अलग-अलग शहरों में हुए सभी G20 (G20 Summit) कार्यक्रमों में भी उनके बनाए बर्तनों का इस्तेमाल किया गया है। विदेशी मेहमानों को अपने बनाए बर्तनों में खाना खिलाने का सिलसिला 1982 में भारत में हुए एशियाई खेलों से शुरू हुआ और उस समय 900 लोगों के लिए महाराजा थाली तैयार की जाती थी।

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