Manipur Violence: मणिपुर राज्य में हालात फिर से बिगड़ने लगे हैं और अराजकता बढ़ती जा रही है। मणिपुर में हालात किसी भी तरह काबू में नहीं आ रहे हैं। इस बार उग्र भीड़ ने कई भाजपा-कांग्रेस विधायकों-मंत्रियों के घरों में तोड़फोड़ की और आवासों को आग के हवाले कर दिया।
घाटी के विभिन्न जिलों से हजारों लोगों की उग्र भीड़ ने स्थानीय राजनीतिक नेताओं के घरों पर हमला किया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। इसको देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार 17 नवंबर को महाराष्ट्र में अपनी चुनावी रैलियां रद्द कर हाईलेवल मीटिंग की।
Manipur Violence: उग्र भीड़ ने कई नेताओं के आवासों पर किया हमला
बता दें कि जिरीबाम में कुकी उग्रवादियों द्वारा अगवा किए गए तीन बच्चों और तीन महिलाओं समेत कुल छह लोगों के शव बरामद होने के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक रूप से बिगड़ गई है। शनिवार को राजधानी इंफाल में भड़की हिंसा में उग्र भीड़ ने मंत्रियों और विधायकों के सरकारी आवासों पर हमला किया। जबकि रविवार शाम से घाटी के विभिन्न इलाकों से हजारों की उग्र भीड़ ने फिर से राजनीतिक नेताओं के आवासों पर हमला किया।
मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने राज्य के एक मंत्री समेत कुल 13 विधायकों के आवासों में तोड़फोड़ और आगजनी की। इनमें भाजपा के नौ, कांग्रेस के एक, जदयू के एक और एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं। इससे पहले सुरक्षा बलों की कुकी उग्रवादियों से मुठभेड़ हुई थी। जिसमें कम से कम 10 कुकी उग्रवादियों के मारे जाने की खबर है।
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Manipur Violence: कर्फ्यू लगा-इंटरनेट बंद
हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लगाए जाने के बाद मणिपुर पुलिस ने कहा, ‘अगले आदेश तक शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को तत्काल 02 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालने के लिए एसएसपी/सीओ को मौके पर तैनात किया गया है।’ पिछले साल मई से मणिपुर में सरकारी अनुदान और नौकरियों और शिक्षा में कोटा को लेकर जातीय हिंसा में कम से कम 250 लोगों की जान जा चुकी है और 60,000 लोग विस्थापित हुए हैं।
पूर्व सीएम ने पीएम मोदी से की अपील
दूसरी ओर, स्थिति को देखते हुए राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह ने मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिगड़ते हालात से निपटने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।