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Manipur: मणिपुर हिंसा पर केन्द्र की नजर, गृहमंत्री अमित शाह ने की CM बीरेन सिंह से बात, जानें क्या है पूरा मामला

manipur-violence -amit-shah नई दिल्लीः मणिपुर हाईकोर्ट के एक फैसले से राज्य में तनाव (Manipur Violence) बढ़ गया है। वहीं राज्य में बिगड़ते हालात को देखते हुए संवेदनशील स्थानों पर सेना और असम रायफल्स के जवानों तैनात कर दिया गया है। सेना के जवान राज्य के विभिन्न इलाकों में फ्लैग मार्च कर रहे हैं। जबकि हिंसा में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। केन्द्र सरकार मणिपुर के हालात पर नजर बनाए हुए है।

गृहमंत्री अमित शाह सीएम बीरेन सिंह से की बात

उधर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में आदिवासी आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा को लेकर राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह से बातचीत की है। मणिपुर हिंसा को नियंत्रित करने के लिए केन्द्र की ओर से त्वरित कार्य बल (आरएएफ) को भी भेजा गया है। राज्य में हिंसा को देखते हुए संवेदनशील स्थानों पर असम रायफल्स और सेना के जवानों पहले ही तैनात किए जा चुके हैं। ये भी पढ़ें..UP विधान परिषद की दो सीटों पर उपचुनाव का ऐलान, 11 मई को जारी होगी अधिसूचना मणिपुर में हुई हिंसा (Manipur Violence) को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कुछ जगहों पर झड़प और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। ये घटनाएं दो वर्गों के बीच प्रचलित गलतफहमी के कारण हुईं। फिलहाल राज्य सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है। इसे नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

जानें क्यों भड़की हिंसा 

गौरतलब है कि 19 अप्रैल को मणिपुर हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि सरकार को मेइती समुदाय को आदिवासी श्रेणी में शामिल करने पर विचार करना चाहिए। इसके लिए हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को चार हफ्ते का टाइम दिया है। इसके विरोध में तीन मई को राज्य में रैली का आयोजन हुआ था। आदिवासी आंदोलन के दौरान बुधवार को राज्य के कई जिलों में हिंसा भड़क गई, जिसके बाद राज्य सरकार ने अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। इसके अलावा इंफाल पश्चिम,कांगपोकपी ,तेंगनौपाल, काकचिंग, थौबल, जिरिबाम, बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। दरअसल राज्य में मैती समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग के विरोध में एक रैली का आयोजन हुआ था। इस रैली का ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर ने आयोजन किया था। इस दौरान हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों में तोड़फोड़ की। रैली में हजारों आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान तोरबांग इलाके में आदिवासियों और गैर आदिवासियों के बीच हिंसा भड़क गई। इसके बाद कई और जिलों से भी हिंसा की खबरें आईं। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)