Manipur violence: शांति बहाली में जुटा केंद्र, अमित शाह ने राहत शिविरों का किया दौरा, तेज कार्रवाई के दिए निर्देश

0
29

manipur-violence- amit-shah- visits-camps

इंफालः हिंसा की आग में जल रहे मणिपुर (Manipur Violence) में शांति बहाली के लिए केंद्र की कोशिशें तेज हो गई है। वहीं बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तीन दिन में मणिपुर की जमीनी हकीकत और हिंसाग्रस्त इलाकों में राहत शिविरों में जाकर हालातों का जायजा और देर रात एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की। इस बैठक में सभी सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों को निर्देश दिया गया कि हिंसा को रोकने और लूटे गए हथियारों को वापस बरामद करने तथा हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ सख्त और तेजी से कार्रवाई की जाए।

अमित शाह ने की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा बैठक

अमित शाह ने बुधवार को दो और हिंसा प्रभावित जिलों- तेंगनोपाल और कांगपोकपी का दौरा किया और विभिन्न नागरिक समाज संगठनों के नेताओं, प्रभावशाली नेताओं और सुरक्षा अधिकारियों के साथ शांति वार्ता की एक श्रृंखला आयोजित की। गृह मंत्री, जिन्हें बुधवार की रात इम्फाल छोड़ना था, संघर्षग्रस्त राज्य में वापस रहेंगे और गुरुवार को नई दिल्ली लौटने की संभावना है। राजभवन में उच्च स्तरीय बैठक में सीएम एन बीरेन सिंह, राज्यपाल अनुसुइया उइके, अर्धसैनिक और सशस्त्र बल के अधिकारी, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और शीर्ष पुलिस ने भाग लिया। अमित शाह से बैठक में सुरक्षा व्यवस्था की समीझा की।

ये भी पढ़ें..सरकार बड़ा ऐलान, प्रदेश में अब 100 यूनिट बिजली मिलेगी मुफ्त, 200 यूनिट तक नहीं लगेगा कोई चार्ज !

manipur-violence- amit-shah- visits-camps

अमित शाह ने कई राहत शिविरों का किया दौरा

गृहमंत्री अमित शाह ने इम्फाल, तेंगनोपाल और कांगपोकपी में विभिन्न राहत शिविरों का भी दौरा किया, जहां 3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से मैतेई, कुकी और अन्य समुदायों ने आश्रय लिया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पहाड़ी क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए हेलीकॉप्टर सेवा सुनिश्चित की जाएगी।

हिंसा में अब तक कई लोगों की जा चुकी है जान

हमारा संकल्प मणिपुर (Manipur Violence) को एक बार फिर से शांति और सद्भाव के रास्ते पर लाने और उन्हें जल्द से जल्द उनके घरों में वापस लाने पर केंद्रित है। बता दें कि गृह मंत्री शाह सोमवार रात इंफाल पहुंचे थे और दौरान दो दर्जन से अधिक बैठकें कीं। दरअसल इंफाल में 3 मी को हिंसा भड़की थी जिसमें करीब 75 लोग मारे गए जबकि 300 से अधिक घायल हो गए। इंफाल से 110 किमी दूर मोरेह, म्यांमार सीमा पर भारत के सबसे पुराने अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक बिंदुओं में से एक है, जिसके दूसरी तरफ तामू शहर है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)