Home देश प्रदर्शनकारियों को ममता की नसीहत, दिल्ली जाकर जताएं विरोध

प्रदर्शनकारियों को ममता की नसीहत, दिल्ली जाकर जताएं विरोध

कोलकाताः पैगंबर मोहम्मद पर निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा की आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ पश्चिम बंगाल में मुस्लिम समुदाय सड़कों पर उतर गया है। हालांकि इसे लेकर ममता बनर्जी ने नाराजगी जताई और कहा कि जिसे विरोध जताना है वे ट्रेन पकड़कर दिल्ली चले जाएं, लेकिन बंगाल में शांति व्यवस्था को बाधित न करें।

गुरुवार अपराह्न के समय राज्य सचिवालय नवान्न में मीडिया से मुखातिब ममता बनर्जी ने कहा कि सुबह दस बजे से कई क्षेत्रों में लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दिए हैं। जिस तरह की बयानबाजी हुई है उसका समर्थन हम लोग कतई नहीं करते। बंगाल में सभी संप्रदायों के लोग रहते हैं। भाजपा के नेताओं ने इस तरह की टिप्पणी की है, जिन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किए जाने की जरूरत है।

नूपुर शर्मा का नाम लिए बगैर ममता ने कहा कि उस महिला ने पहले भी ऐसा ट्वीट किया था तब दिवंगत नेता अरुण जेटली ने उनसे ऐसा नहीं करने को कहा था। जिन दो लोगों (नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल) ने ऐसी टिप्पणी की है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उनकी असली जगह तिहाड़ जेल है लेकिन मुझे यह नहीं समझ में आ रहा है कि बंगाल में इसके खिलाफ सड़क जाम किया गया है? हावड़ा में चार-पांच जगह सुबह से सड़कें जाम कर दी गई हैं। इस घटना को लेकर तो मैं खुद ही मर्माहत हूं। बंगाल में तो किसी ने ऐसी बयानबाजी नहीं की। यहां तो ऐसा कुछ नहीं हुआ। जिसे ज्यादा समस्या है वो ट्रेन पकड़कर दिल्ली चले जाएं और वहां विरोध प्रदर्शन करें। बंगाल शांतिपूर्ण जगह है। यहां इस तरह विरोध प्रदर्शन नहीं होने चाहिए।

उन्होंने कहा कि अवरोध और प्रदर्शन की वजह से हजारों गाड़ियां सड़कों पर खड़ी हैं। पूरे बंगाल की गति रोकने की कोशिश हो रही है। हम लोग नहीं चाहते हैं कि किसी तरह की कोई घटना हो। प्रशासन चाहता तो बलपूर्वक इस विरोध प्रदर्शन से निपट सकता था लेकिन हम लोगों ने ऐसा नहीं किया।

इमाम एसोसिएशन के नाम पर प्रदर्शन हो रहा है, लेकिन ऐसा कोई संगठन ही नहीं है। मैंने खुद ही नाखोदा मस्जिद के इमाम से बात की। उन्होंने भी इस तरह के प्रदर्शन नहीं करने के बयान दिए हैं। आखिर दिल्ली में हुई किसी बयानबाजी के खिलाफ बंगाल में आंच क्यों पड़ेगी ? मैं सभी धर्मों के लोगों से अनुरोध करती हूं कि सड़क जाम न करें। कानूनी तरीके से इसका विरोध किया जा सकता है। जिन लोगों ने बयानबाजी की है उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराइए। नरेन्द्र मोदी के पद त्याग के लिए राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखिए। कानून के मुताबिक जो भी हो सके वह करने की जरूरत है। अपराध की राजनीति करने से दूर रहिए।

उन्होंने विरोध प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों से भाजपा के खिलाफ बड़े आंदोलन का आह्वान करते हुए कहा कि कानूनी तरीके से विरोध जताएं लेकिन सड़क जाम कर लोगों को परेशानी में नहीं डाला जाना चाहिए। उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि अगर मुझे मार कर किसी को खुशी मिलती है तो मैं मरने को तैयार हूं लेकिन लोगों की परेशानी नहीं देख सकती।

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उल्लेखनीय है कि पैगंबर मोहम्मद और उनकी बेटी आयशा के कथित संबंधों को लेकर नूपुर शर्मा की बयानबाजी के खिलाफ देश के दूसरे राज्यों में तो प्रदर्शन हो ही रहे हैं। साथ ही पश्चिम बंगाल के हावड़ा में कोना एक्सप्रेसवे समेत चार पांच जगह पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सड़क जामकर गाड़ियों की आवाजाही बंद कर दी है।

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