नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि भाजपा का संघर्ष रंग लाया और आखिरकार आम आदमी पार्टी (आप) को झुकना पड़ा और मार्शलों की बहाली के लिए आह्वान नोटिस जारी करना पड़ा।
सड़क से लेकर सदन तक लड़ी बीजेपीः Vijendra Gupta
गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) लगातार मार्शलों को गुमराह करके अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने की कोशिश कर रही थी। केजरीवाल सरकार ने अक्टूबर 2023 में अचानक बिना कोई नोटिस दिए मार्शलों को नौकरी से हटा दिया। इस तरह से मार्शलों को हटाकर उनके अधिकारों का हनन किया गया। इसके बाद भाजपा ने सड़क से लेकर सदन तक इस अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी और मार्शलों की बहाली की मांग उठाई।
उपराज्यपाल की भूमिका सराहनीय
उन्होंने कहा कि आप सरकार ने बार-बार मार्शलों को गुमराह किया और राजनीति की, लेकिन जब भाजपा 26 सितंबर को सदन में मार्शलों की बहाली का प्रस्ताव लेकर आई तो आखिरकार आम आदमी पार्टी को झुकना पड़ा और मार्शलों की बहाली के लिए आह्वान नोटिस जारी करना पड़ा। गुप्ता ने कहा कि यह जीत केवल भाजपा की नहीं है, बल्कि उन सभी मार्शलों की जीत है, जिन्होंने अपने अधिकारों के लिए धैर्य और साहस दिखाया।
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गुप्ता ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि मार्शलों के इस संघर्ष में उपराज्यपाल की भूमिका सराहनीय है, क्योंकि वह लगातार मार्शलों की नौकरी बहाल करने के पक्ष में थे।
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