पुणे: महिंद्रा एंड महिंद्रा ने महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण यूनिट को स्थापित करने के बाद अब तेलंगाना सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। यह भारत में पुणे के बाद दूसरी ऐसी विनिर्माण सुविधा होगी। देश में जिस तरीके से इलेक्ट्रिक वाहन का चलन बढ़ रहा है, सभी वाहन निर्माता कंपनियां तेजी से इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण में जुट चुकी है, ताकि आने वाले समय में इसके बढ़ते मांग को पूरा किया जा सके। महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अब पुणे के बाद इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण यूनिट को स्थापित करने के लिए तेलंगाना सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
ये नई सुविधा महिंद्रा के इलेक्ट्रिक वाहन कारोबार में लगभग 10 हजार करोड़ रुपये के कुल निवेश का हिस्सा होगी। तेलंगाना में वाहन निर्माता कंपनी के लगभग एक हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे और पुणे, महाराष्ट्र में एक के अलावा दूसरी ऐसी विनिर्माण सुविधा होगी। आपको बता दे तेलंगाना प्लांट महिंद्रा के इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर जैसे ट्रेओ के साथ-साथ इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर्स का भी निर्माण करेगी।
ये भी पढ़ें..मुंबई में पीएम मोदी ने किया दो वंदे भारत एक्सप्रेस का लोकार्पण
समझौते के मुताबिक महिंद्रा इस फंड में आठ साल तक निवेश करेगी। लास्ट माइल मोबिलिटी बिजनेस को डेवलप करने के लिए यह फैसिलिटी महिंद्रा के जहीराबाद फैसिलिटी में स्थित होगी। रेग्युलेटरी फाइलिंग में महिंद्रा ने कहा कि यह फैसिलिटी एक्सयूवी 400 इलेक्ट्रिक एसयूवी जैसे यात्री वाहनों का भी निर्माण करेगी। पिछले साल दिसंबर में महिंद्रा वाहन निर्माता कंपनी ने ये कहा था कि वह पुणे, महाराष्ट्र में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक नई विनिर्माण सुविधा खोलेगी।
वाहन निर्माता कंपनी नई ईवी सुविधा के लिए 10,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिसको महाराष्ट्र सरकार की औद्योगिक प्रोत्साहन योजना के तहत निवेश की मंजूरी भी दी गई है। इसके साथ ही कंपनी आने वाले दिनों में ईवी को भी लेकर आने वाली है, जिसकी तैयारी कंपनी जोर-शोर से शुरू कर चुकी है। वर्तमान में महिंद्रा ने XUV400 इलेक्ट्रिक एसयूवी को पेश किया है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)