Mahashivratri 2025 : महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर देशभर के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। शिव मंदिर बम बम और हर हर महादेव के जयकारों से गूंज रहे हैं। काशी विश्वनाथ से लेकर हरिद्वार, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और बिहार तक में श्रद्धालु अपने इष्टदेव भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं।
Mahashivratri 2025 : काशी में वीआईपी दर्शन पर रोक
काशी में श्रद्धालुओं के लिए खास व्यवस्था है। काशी में महाशिवरात्रि के दौरान मंगला आरती के बाद श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए सभी द्वार खोल दिए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को आसानी से दर्शन का लाभ मिल रहा है। हालांकि अखाड़ों के जुलूस के दौरान तीन घंटे तक श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक रहेगी, जब नागा साधु संत काशी विश्वनाथ में जलाभिषेक करेंगे। मंदिर प्रशासन ने इस दौरान वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा दी है।
Mahashivratri 2025 : मंदिरों में लगी भक्तों की कतरें
हरिद्वार में महाशिवरात्रि के अवसर पर कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव, तिलभांडेश्वर महादेव, दरिद्र भंजन समेत अन्य शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। भक्त बेलपत्र, दूध, दही, शहद, भांग, धतूरा और गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं। वहीं कांवड़ यात्रा में आए श्रद्धालु हर की पौड़ी पर गंगा स्नान कर शिव मंदिरों में जल चढ़ाते नजर आ रहे हैं।
मुंबई के वसई और नालासोपारा में महाशिवरात्रि मनाई जा रही है। विरार और नालासोपारा इलाके में तुंगारेश्वर महादेव मंदिर समेत कई प्राचीन शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। भक्त सुबह से ही पूजा-अर्चना में लगे हुए हैं और महादेव के जयकारों से वातावरण गूंज रहा है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
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बिहार के मोतिहारी में अरेराज का सोमेश्वर नाथ मंदिर भी महाशिवरात्रि के मौके पर श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ है। नेपाल से भी श्रद्धालु यहां जलाभिषेक के लिए पहुंच रहे हैं। मंदिर प्रशासन ने भगदड़ न हो इसके लिए अरघा सिस्टम (मंदिरों में इसी सिस्टम के जरिए श्रद्धालु जल और फूल लेकर भगवान शिव को चढ़ाते हैं) लागू किया है।
प्रयागराज में उमड़ा आस्था का सैलाब
महाशिवरात्रि पर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम में पूजा-अर्चना के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे हैं। सुबह तीन बजे मंदिर के पट खुल गए। सरदार पंडा द्वारा कांचा जल चढ़ाया गया। फिर चार बजे से आम श्रद्धालुओं के लिए पट खोल दिए गए। प्रयागराज में महाकुंभ के आखिरी दिन और महाशिवरात्रि के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। आज दो करोड़ से अधिक लोगों के पहुंचने की संभावना है।