सुप्रिया सुले की एक कॉल.. और शरद पवार को मनाने पहुंचे डिप्टी CM अजित सहित दूसरे बागी नेता

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मुंबईः महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासत गरमा गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में बगावत के बाद डिप्टी सीएम अजित पवार (ajit pawar ) सहित दूसरे बागी नेता रविवार को मुंबई के यशवंतराव प्रतिष्ठान में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरि झिरवाल समेत एनसीपी के आठ मंत्रियों ने शरद पवार (sharad pawar ) के साथ करीब सवा घंटे तक बैठक की। उधर बगावत के 14 दिन बाद बागी गुट के मिलने पहुंचने से राज्य में सियासी चर्चाएं तेज हो गई हैं।

बैठक के बाद प्रफुल्ल पटेल ने पत्रकारों को बताया कि राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र कल से शुरू हो रहा है। इसी वजह से आज हम शरद पवार का समय न लेते हुए यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान पहुंचे। पटेल ने बताया कि हम सभी ने शरद पवार से कहा कि पार्टी के अंदर किसी भी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए। हम सभी एनसीपी में रहकर काम करना चाहते हैं। शरद पवार के सरकार में शामिल होने के कारणों के बारे में विस्तार से बताया गया है। शरद पवार ने सारी बातें ध्यान से सुनी हैं, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई फैसला नहीं दिया है।

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शरद पावर माने तो सुप्रीय सुले का मंत्री बनना तय

इससे पहले शरद (ajit pawar ) गुट के नेता जयंत पाटिल ने बताया था कि मुझे सुप्रिया सुले (शरद पवार की बेटी) का फोन आया है। उन्होंने बताया कि सुप्रिया ने तुरंत वाईबी चव्हाण प्रतिष्ठान पहुंचने को कहा है। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि सुप्रिया ने क्यों फोन किया है। अजित पवार और अन्य विधायक क्यों आए हैं? इस बैठक में बागी नेता छगन भुजबल, प्रफुल्ल पटेल और अन्य नेता मौजूद रहे हैं। सूत्रों की मानें तो शरद पवार अगर मान गए तो केंद्रीय कैबिनेट विस्तार में सुप्रिया सुले के मंत्री बनने का रास्ता साफ हो जाएगा।

फिलहाल शरद पवार एनसीपी के अन्य पदाधिकारियों से चर्चा कर रहे हैं। हालांकि अभी तक इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि इस मुलाकात का गलत मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। ऐसी बैठकों को सकारात्मक रूप से देखा जाना चाहिए। इस मुलाकात से सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

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