सार्वजनिक सभाओं व रैलियों को लेकर सरकार का बड़ा फैसला, समय पर लगा प्रतिबंध

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मुंबईः महाराष्ट्र में अब दोपहर से शाम के बीच सार्वजनिक सभाओं व रैलियों का आयोजन नहीं हो सकेगा। बुधवार को महाराष्ट्र के पर्यटन मंत्री मंगल प्रभा लोढ़ा ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक सभी सार्वजनिक सभाओं व रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

यह कदम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस कार्यक्रम के बाद उठाया गया है, जिसमें गर्मी के कारण कई लोगों की मौत हो गई। लोढ़ा ने कहा कि नवीं मुंबई में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण आपदा व भविष्य में इसी तरह की त्रासदियों से बचने के लिए यह फैसला लिया गया है।

बता दें कि पिछले दिनों समाज सुधारक दत्तात्रेय नारायण धर्माधिकारी ‘अप्पासाहेब’ को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार 2022 प्रदान करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में उनके करीब 20 लाख अनुयायी शामिल हुए थे। वहीं अप्पासाहेब के 14 अनुयायी, जिन्हें श्रीसदास्य कहा जाता है, उनकी भी तबियत बिगड़ने के बाद मौत हो गई थी।

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इस घटना के बाद महाराष्ट्र सरकार को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था। शिवसेना उद्धव गुट के किशोर तिवारी ने केंद्र व राज्य सरकार से इस तरह के सभी बड़े आयोजनों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाने की मांग की थी, जिससे भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।

वहीं, इस घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बुधवार को कहा कि सरकार को सोशल मीडिया के नए फोटो या वीडियो देखते हुए यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या पुरस्कार स्थल से भगदड़ से ये मौतें हुई हैं। इससे एक दिन पहले मंगलवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी।

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