Mahaparv Chhath 2023: लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारी शुरू हो गयी है। इस दौरान उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में रहने वाले बिहार के लोग छठ के मौके पर बिहार में बने सूप और डाला ( दउरा) से भगवान भास्कर को अर्घ्य देंगे। बताया जाता है कि मुजफ्फरपुर से देहरादून तक राप्तीगंगा एक्सप्रेस और जयनगर से अमृतसर तक शहीद एक्सप्रेस से सूप और दाल भेजे जा रहे हैं।
विदेशों में भी भेजें जाते हैं सूप और दउरा
सूप और दउरा बनाने वाले मुजफ्फरपुर के कारीगरों की मानें तो उन्होंने इसकी तैयारी तीन महीने पहले से ही शुरू कर दी थी। इसके लिए आसपास के गांवों से बांस खरीदा जाता है। सूप और दउरा तैयार होने के बाद वे अपने निर्मित उत्पादों को स्थानीय बाजार में बेचने के साथ-साथ विदेशों में भी भेजना शुरू कर देते हैं। उनके उत्पादों की मांग बाहर भी है। कई व्यापारी यहां आकर सूप और दउरा लेते हैं। मुजफ्फरपुर के कुढ़नी और आसपास के इलाकों में बांस से सूप और डाला आदि बनाया जाता है।
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बिहार के बने सूप और दउरा का इंतजार करते हैं लोग
पंजाब के लिए नियमित ट्रेनें होने के कारण डाला और सूप आसानी से जालंधर के बाजारों तक पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि ट्रेनों से सामान भेजना आसान और काफी किफायती है। छठ को लेकर हमारी उम्मीदें हैं। दूसरे राज्यों में सूप और डाला की अच्छी कीमत मिलती है। कारीगरों का कहना है कि बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे दूसरे राज्यों में रहने वाले लोगों को छठ के मौके पर बिहार के बने सूप और डाला का इंतजार रहता है।
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