Friday, January 10, 2025
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Mahakumbh 2025: 67 हजार स्ट्रीट लाइटों की रोशनी से जगमग होगा प्रयागराज महाकुंभ

Mahakumbh 2025

Mahakumbh 2025: प्रदेश की योगी सरकार महाकुंभ 2025 को हर लिहाज से ऐतिहासिक बनाना चाहती है। प्रदेश सरकार गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पवित्र संगम क्षेत्र को रोशन करने के लिए भारी भरकम बजट खर्च करेगी। श्रद्धालुओं के लिए (Mahakumbh 2025) को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए योगी सरकार पहले ही 2500 करोड़ रुपए का बजट तय कर चुकी है। इसमें बिजली व्यवस्था पर ही सरकार करीब 400 करोड़ रुपए खर्च करेगी। यह बजट 2018-19 की तुलना में दोगुना है।

वर्ष 2018-19 में बिजली व्यवस्था पर सरकार ने 192 करोड़ रुपए खर्च किए थे जबकि इस बार यह बजट 400 करोड़ के करीब है। मेला क्षेत्र में 67 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटें लगायी जाएंगी और इसमें दो हजार सोलर हाईब्रिड लाइटें होंगी। ये लाइटें प्रमुख घाटों और मेला क्षेत्र में सड़कों के जंक्शन पर लगायी जाएंगी। वहीं निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए 109 डीजी सेट की भी व्यवस्था रहेगी। इससे मेला क्षेत्र को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। अचानक पावर सप्लाई बाधित न होने पाए इसके लिए 11 केवी के 15 रिंग मेन यूनिट्स भी लगाए जाएंगे। इससे सप्लाई बंद होने पर दूसरे स्रोत से ऑटो चेंजर के जरिए आपूर्ति बहाल की जा सकेगी। प्रत्येक छह सब स्टेशन के बाद इनको स्थापित किया जाएगा।

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माघ मेले में भी काम आएंगे ये उपकरण

मेला क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए मैनपावर और अत्याधुनिक उपकरणों को लेकर तैयारियां अभी शुरू कर दी गयी हैं। स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत के लिए चार आधुनिक वैन लगायी जाएंगी। इन उपयोग महाकुंभ खत्म होने के बाद माघ मेलों और प्रयागराज शहर की स्ट्रीट लाइटों की मरम्मत के लिए किया जा सकेगा। इसके अलावा चार मोबाइल हाईमास्ट जनरेटर भी लगाए जाएंगे, जिनका उपयोग मेले के विद्युतीकरण कार्य से पहले विभिन्न कार्यस्थलों पर प्रकाश के लिए किया जाएगा। मेले में लगी स्ट्रीट लाइटों और तारों की मॉनीटरिंग के लिए इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईसीटी) की भी मदद ली जाएगी। आईसीटी बेस्ड मॉनीटरिंग सिस्टम में क्यूआर कोडिंग व जीओ टैगिंग के जरिए विद्युत आपूर्ति की मॉनीटरिंग की जाएगी। इससे फॉल्ट व करेंट लीकेज का पता तत्काल चल जाएगा और इससे जल्द ठीक करने में मदद मिलेगी।

(रिपोर्ट-पंकज पाण्डे, लखनऊ)

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