MahaKumbh 2025 : संगम की पावन धरती पर आयोजित हो रहे दुनिया के सबसे बड़े मेले महाकुंभ से धर्म, आध्यात्म, समाज और आम जीवन से जुड़े तमाम गंभीर और महत्वपूर्ण विषयों को देश-दुनिया तक प्रसारित किया जा रहा है। महाकुंभ में योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और अन्य देशी चिकित्सा पद्धतियों के उपचार, अभ्यास और जानकारी को बढ़ाने के लिए शिविर लगाए गए हैं। इन सबके बीच सोमवार को योग गुरु रामदेव और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के जरिए देश-दुनिया को योग (Yoga) का संदेश दिया गया है।
बाबा रामदेव-CM योगी ने दुनिया को दिया योग का संदेश
सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह प्रयागराज पहुंचे और संतों और अन्य गणमान्य लोगों के साथ संगम में डुबकी लगाई। गृह मंत्री के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्नान किया। इस बीच सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वे योग गुरु बाबा रामदेव के साथ नजर आ रहे हैं।
10 सेकंड के इस वीडियो में बाबा रामदेव और योगी आदित्यनाथ एक साथ योग करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान दोनों एक दूसरे से बेहद मजेदार अंदाज में प्रतिस्पर्धा करते नजर आ रहे हैं। योग गुरु रामदेव और योगी आदित्यनाथ ने संगम की पावन धरती से योग के आसन करके देश और दुनिया को संदेश दिया।
क्या है योग (Yoga)
बता दें कि योग हमारे भारत की पहचान है। जिसे भारत में कई सदियों से किया जाता रहा है। योग प्राचीन भारतीय ऋषियों और दार्शनिकों द्वारा प्रतिपादित एक विशेष आध्यात्मिक प्रक्रिया है। पतंजलि ने ‘चित्त की वृत्तियों के निरोध’ को योग कहा है। व्यास ने समाधि को ही योग माना है। योगवासिष्ठ के अनुसार योग वह विधि है जिसके द्वारा संसार सागर को पार किया जा सकता है।
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बाबा रामदेव के बिना योग की बात अधूरी
भारत में योग की बात बाबा रामदेव के बिना अधूरी है। रामदेव ने योग को पुनर्जीवित करने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है। रामदेव ने योग और योगासन की बारीकियों को जन-जन तक पहुंचाने में उल्लेखनीय प्रयास किए। उन्होंने योग को न केवल भारत में बल्कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भी फैलाया। अपने शिविरों के माध्यम से उन्होंने असाध्य रोगों से बचने के लिए योग के अचूक गुणों के बारे में बताया। बाबा रामदेव ने पतंजलि संस्थान की स्थापना की। इसके साथ ही उन्होंने हरिद्वार में योग के माध्यम से उपचार भी शुरू किया।
21 जून को मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
योग को विश्वस्तरीय पहचान दिलाने की भारत की पहल उल्लेखनीय है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों ने योग को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया। योग के माध्यम से कैसे अपने शरीर को ऊर्जावान और स्वस्थ रखा जा सकता है, इस भारत के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र ने भी स्वीकार किया। योग को लेकर यूएन में मोदी के प्रस्ताव का 117 देशों ने समर्थन किया। भारत की पहल के बाद योग को अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिला और पूरी दुनिया ने न सिर्फ इसे अपनाया बल्कि लोग लगातार योग करके स्वस्थ भी हो रहे हैं। देश-विदेश के लोग अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को एक उत्सव की तरह मना रहे हैं।