Home फीचर्ड Mahakal Sawan Sawari: चांदी की पालकी कल निकलेगी महाकाल की पहली सवारी,...

Mahakal Sawan Sawari: चांदी की पालकी कल निकलेगी महाकाल की पहली सवारी, आज रात खुलेंगे पट

Mahakal-Sawan-Sawari

उज्जैनः विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के पट आज रात 2.30 बजे खुलेंगे। आमतौर पर दरवाजे रात तीन बजे खुलते हैं। यह व्यवस्था सावन माह के पहले सोमवार को निकलने वाली सवारी को देखते हुए की गई है। यह जानकारी मंदिर की ओर से दी गई। प्रबंधन के मुताबिक, ज्योतिर्लिंग की परंपरा के अनुसार श्रावण माह में प्रत्येक सोमवार के लिए रविवार को मंदिर के पट रात 2.30 बजे और सप्ताह के बाकी दिनों में रात 3.00 बजे खोले जाते हैं। इसके बाद भगवान महाकाल (Mahakal ) की भस्म आरती की जाती है।

 ये भी पढ़ें..सावन में बारिश को तरस रहा Jharkhand, राजधानी समेत कई जिलों में औसत से कम हुई बरसात

रात 2: 30 बजे खुलेंगे मंदिर के पट

इस बार मंदिर प्रशासन ने श्रावण मास में चलयमान भस्म आरती व्यवस्था बरकरार रखी है। आम दर्शनार्थियों के लिए भी मंदिर में प्रवेश दोपहर 2:30 बजे से शुरू हो जाएगा। व्यवस्थापक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि आम दर्शनार्थी रात्रि में ही कतार में लगकर भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। श्रावण मास में भगवान महाकाल की पहली सवारी (Mahakal Sawan Sawari) सोमवार को ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर से निकलेगी। इसको लेकर तैयारियां की जा रही हैं। शनिवार को चित्रकारों ने भगवान महाकाल के मुखारविंद का श्रृंगार किया है। पालकी को साफ करके राजा के लिए तैयार किया जा रहा है।

चांदी की पालकी सवार होंगे महाकाल

इधर, मंदिर के संग्रहालय में रखी चांदी की पालकी के रख-रखाव और चमकाने का काम भी शुरू हो गया है। सोमवार को इसी पालकी में विराजमान होकर अवंतिकानाथ भक्तों को दर्शन देने निकलेंगे। जिला एवं मंदिर प्रशासन की ओर से भी व्यापक इंतजाम किये जा रहे हैं। प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि मंदिर के मुख्य द्वार जहां से राजाधिराज महाकाल की पालकी नगर भ्रमण के लिए निकलेगी, उसकी सीढ़ियों पर पत्थर लगाने का अधिकांश कार्य रविवार शाम तक पूरा हो जाएगा। कारवां में पारंपरिक नौ भजन मंडलियां और झांझ डमरू दल ही शामिल होंगे। किसी भी नए मंडल को शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

Exit mobile version