Maha Kumbh 2025: सीएम योगी की प्रेरणा से प्रयागराज महाकुंभ में बच्चों को स्वर योग साधना सिखा रहीं पंजाब के जालंधर निवासी स्वामी अनंता गिरि ने जीवन में गहरे दुख और संघर्षों का सामना करने के बाद आध्यात्म की राह पकड़ी। उनके पति नशे की लत के शिकार थे, जिसके कारण उनकी सोचने-समझने की क्षमता खत्म हो गई थी। इस घटना ने स्वामी अनंत गिरि के जीवन की दिशा बदल दी और वे आध्यात्म पथ पर आगे बढ़ गईं।
गुरु श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी चरणाश्रित गिरि जी महाराज से दीक्षा लेने के बाद उन्होंने श्री विद्या साधना शुरू की, जिसमें हजारों मंत्र और उनके गहरे रहस्य छिपे हैं। इस राह पर चलने से पहले उन्होंने करोड़ों की इत्र इंडस्ट्री छोड़ दी। इसके बाद उन्होंने 10 हजार से ज्यादा युवाओं को नशे से दूर रखकर सनातन की राह दिखाई। 200 से ज्यादा युवाओं को कारोबार से जोड़ा स्वामी अनंत गिरि ने नशे के चंगुल में फंसे युवाओं के लिए बड़ी मुहिम चलाई। उन्होंने 10 हजार से ज्यादा युवाओं को नशे से दूर कर सनातन धर्म की ओर मोड़ा। उनके मार्गदर्शन में 200 से अधिक युवा भारत ही नहीं बल्कि कनाडा और न्यूजीलैंड जैसे देशों में भी सफल व्यवसाय कर रहे हैं।
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में स्वर योग का अद्भुत संगम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से स्वामी अनंता गिरि इस बार महाकुंभ में स्वर योग के माध्यम से बच्चों को जागरूक कर रही हैं। वे गायत्री मंत्र, अग्निहोत्र और स्वर विज्ञान के माध्यम से बच्चों में छिपी ऊर्जा को जगाने का काम कर रहे हैं। स्वर विज्ञान के अनुसार सांस के माध्यम से भविष्य की घटनाओं का अनुमान लगाया जा सकता है और उन्हें नियंत्रित किया जा सकता है।
Maha Kumbh 2025: शिव-पार्वती से प्रेरित विद्या
स्वामी अनंता गिरि के अनुसार स्वर योग की यह विद्या भगवान शिव और माता पार्वती के बीच हुए संवाद से प्रेरित है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव ने माता पार्वती को स्वर विज्ञान का रहस्य बताया था। स्वामी अनंता गिरि इस प्राचीन विद्या के माध्यम से युवाओं को आत्म जागरण और मानसिक संतुलन की कला सिखा रही हैं।
Maha Kumbh 2025: स्कूलों में आध्यात्मिक शिक्षा का विस्तार
स्वामी अनंता गिरि 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए विशेष रूप से काम करते हैं। उनके संस्थान के माध्यम से स्कूलों में ध्यान, हवन, अग्निहोत्र जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, ताकि बच्चे अपनी जड़ों से जुड़ सकें।
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स्वर योग पीठ ऋषिकेश से पूरे देश में जाता है संदेश
स्वामी अनंता गिरि ऋषिकेश स्थित स्वर योग पीठ के माध्यम से अपने आध्यात्मिक अभियान चलाते हैं। वह युवाओं को न केवल आध्यात्मिक ज्ञान देते हैं, बल्कि उन्हें ड्राइविंग, पिज्जा बनाना, मोमोज बनाना और कई अन्य चीजों का पेशेवर प्रशिक्षण भी देते हैं। ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके साथ ही वह युवाओं को प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाने के लिए नाड़ी विज्ञान भी सिखाते हैं। स्वामी अनंतगिरि का उद्देश्य नशा मुक्त समाज बनाना और युवाओं को उनके शाश्वत मूल्यों से जोड़ना है। महाकुंभ में उनका प्रयास न केवल युवाओं बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
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